Mumbai : गोवा हमेशा से ही अपने सनबर्न फेस्टिवल और बीच पार्टीज के लिए दुनियाभर में फेमस है। हाल ही में ब्रिटिश महिला टूरिस्ट स्कॉरलेट मर्डर केस में फैसला आने के बाद यह फिर चर्चाओं में है। स्कारलेट की गोवा में हत्या कर दी गई थी। बता दें कि गोवा का एक दौर ऐसा था जब विदेशी पर्यटकों की वजह से इसकी बदनामी हुई थी। तब हजारों की संख्या में विदेशी यहां पहुंचते थे। इन्हें हिप्पी कहा जाता था। उनका रहन-सहन और कल्चर बेहद ओपन किस्म का था।
कौन हैं हिप्पी?, नशाखोरी के लिए है बदनाम…
– हिप्पी मूल रूप से वेस्टर्न कंट्रीज के यंगस्टर्स द्वारा चलाया गया एक मूवमेंट था। यह 1960 के दशक में अमेरिका से शुरू हुआ था।
– वक्त के साथ ये दुनिया के कई देशों में तेजी से फैला। इसमें शामिल लोग हिप्पीज कहलाने लगे।
– ऑल्टरनेटिव फेज को खोजने में हिप्पीज नशीली दवाओं का सेवन करने लगे। आज भी बड़े पैमाने पर हिप्पीज हैं।
नशाखोरी के लिए ही बदनाम हैं हिप्पी
– हिप्पी ट्रायल मूवमेंट के तहत सबसे पहले 1970 के दशक में हजारों की संख्या में हिप्पी भारत पहुंचे थे।
– ये इस्तांबुल, तेहरान, काबुल, हेरात, पेशावर, लाहौर, काठमांडू होते हुए भारत पहुंचे थे।