Faridabad/Alive News: सूरजकुंड रोड स्थित लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में चैत्र नवरात्र के अवसर पर घटस्थापना की गई। इस अवसर पर अधिपति जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने माता के प्रथम शैलपुत्री स्वरूप का पूजन किया और लोककल्याण के लिए प्रार्थना की।
इस अवसर पर गुरु महाराज ने बताया कि माता सभी का कल्याण करने वाली हैं। इसीलिए माता के नवरात्र साल में चार बार आते हैं। लेकिन गृहस्थों के करने के लिए केवल दो नवरात्र चैत्र और शारदीय ही हैं। इन दिनों में हम आद्या शक्ति के नौ रूपों का पूजन करते हैं और उनसे अपने कल्याण के लिए कामना करते हैं। चैत्र नवरात्र का कई विशेष वजहों से भी बड़ा महत्व माता माना जाता है।
इसी दिन से सृष्टि का प्रारंभ माना गया है और इसी दिन से हमारा भारतीय कैलेंडर भी प्रारंभ होता है। इसी दिवस भगवान श्रीराम चंद्र का राज्याभिषेक हुआ था। वैसे भी मौसम परिवर्तन होने से भी इस पर्व का हम सबके लिए विशेष महत्व है। जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने बताया कि मां आद्या शक्ति सहज की प्रसन्न होने वाली हैं।