Faridabad/Alive News: सेक्टर-23 बिजली दफ़्तर के परिसर मे कूड़े का ढे़र लगना कर्मचारियों और उपभोक्ताओं के लिए चिंता का विषय बन गया हैं। जिस कारण लोगों और यहां काम करने वाले कर्मचारियों को गंदगी और दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा हैं। यह स्थिति न केवल स्वच्छता को ख़तरे मे डाल रही हैं बल्कि लोगो के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा हैं।जहां एक ओर, बिजली में काम करने आने वाले कर्मचारियों को दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है। वही दूसरी ओर जो उपभोक्ता बिल जमा करने या अन्य सेवाओं के लिए परिसर का रुख कर रहे है उन्हें भी इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। एक एक्सईएन से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने दूसरा ब्लॉक बनाकर अपना पल्ला झाड लिया। हालाकि हर वर्ष देश के प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा अभियान चलाया जाता है लेकिन ये बिजली दफ़्तर के अधिकारी उसकी अनुपालना करने की बजाय अपना जिम्मेदारी से भाग रहे है।
इस संबंध मे जब बिजली विभाग के अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया। इसे पता लगता है बिजली विभाग के अधिकार कितने लापरवाह है।
स्वास्थ्य संकट
कचरे और गंदगी के कारण परिसर में डेंगू, मलेरिया आदि जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया हैं। अगर, जल्द से जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो कूड़े के ढेर के आसपास दफ़्तर में काम करने वाले कर्मियों के लिए स्वास्थ्य का खतरा हैं।
क्या कहना है बिजली दफ़्तर आने वाले लोगो का
यहां कूड़ा जमा होने से मच्छर पनप रहे है। इसके कारण बदबू भी बहुत हो रही है, यहां आने वाले उपभोक्ताओं के साथ साथ स्वास्थ्य के लिए खतरा है। बिजली विभाग द्वारा तुरन्त इस समस्या का समाधान करना चाहिए।
–सुरेश, बिजली दफ़्तर में आए उपभोक्ता।