Palwal/Alive News: आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर कै सी प्रशांत पैथ लैब और अपना ब्लड बैंक में मुफ्त जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसका लाभ 30 मरीजों ने उठाया। इस अवसर पर इस बीमारी के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. प्रशांत ने बताया के हेपेटाइटिस यानी पीलिया नामक बीमारी सुई से होती है, अगर कोई व्यक्ति संक्रमित सुई अर्थात किसी के द्वारा प्रयोग में लाई गई सुई को दोबारा इंजेक्शन या सैंपल लेने के लिए प्रयोग करता है तो उस सुई से इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
यह बीमारी धीरे धीरे जिगर को खराब करती है और उसमें कैंसर तक का खतरा बन सकता है। डॉ. गुप्ता ने बताया इसका समय पर इलाज संभव है और समय रहते इसका बचाव जरूरी है। केसी प्रशांत पैथ लैब में अब इसके विभिन्न प्रकार के टेस्ट और एचबीवी क्वांटिटेटिव नामक एवं एचसीवी क्वांटिटेटिव नामक टेस्ट भी उपलब्ध है जिससे इसकी मात्रा की जांच हो सकती है और सही से इलाज किया जा सकता है।
इसके कई तरह के टेस्ट है और संक्रमित व्यक्ति को समय-समय पर इन टेस्टों को कराते रहना चाहिए, ताकि वह अपना व अपने परिवार का बचाव कर सकें। यह रोग शेविंग ब्लेड, कैंची या किसी भी पदार्थ जिस पर मरीज का रक्त लग जाता है उससे परिवार में और लोगों को फैल सकती है इसलिए इसके प्रति सावधानी व बचाव बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर मौजूद डॉक्टर तेजिंदर सिंह, आंत रोग विशेषज्ञ ने बताया की सामान्य आदमी को हेपिटाइटिस वैक्सीन जरूर लगवा लेनी चाहिए, ताकि वह इस रोग से बचा रहे। उन्होंने बताया की सावधानी में ही बचाव है और हमें इस से बच कर रहना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि सरकार का लक्ष्य है 2030 तक हेपिटाइटिस को खत्म करना है।