November 18, 2024

पूर्व वर्ल्‍ड नंबर-1 शॉटपटर मनप्रीत कौर पर लगा अस्‍थायी प्रतिबंध, स्‍टेरॉयड लेने का आरोप

New Delhi/Alive News : स्‍टेरॉयड लेने के आरोप में पूर्व वर्ल्‍ड नंबर वन शॉटपटर मनप्रीत कौर पर एथलेटिक्‍स संघ ने अस्‍थायी प्रतिबंध लगा दिया है. पाबंदी लगने के बाद अब वह वर्ल्‍ड चैंपियनशिप में हिस्‍सा नहीं ले सकेंगी. उल्‍लेखनीय है कि एशियाई चैंपियन शॉटपुटर मनप्रीत कौर डोप टेस्ट में नाकाम रही हैं. डोप टेस्‍ट में नाकाम रहने के कारण इस माह की शुरुआत में जीता उनका गोल्ड मेडल छिन भी सकता है. भुवनेश्वर में हाल ही में संपन्न एशियाई चैंपियनशिप में पीला तमगा जीतने वाली मनप्रीत प्रतिबंधित स्टिम्युलेंट डाइमेथिलबुटिलेमाइन के सेवन की दोषी पाई गई हैं. यह टेस्ट एक से चार जून तक पटियाला में हुई फेडरेशन कप राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक अधिकारियों ने किया था.

यदि उसका ‘बी’ नमूना भी पॉजिटिव आता है तो भारत को भुवनेश्वर में उसका जीता गोल्ड मेडल गंवाना पड़ेगा. भारतीय ऐथलेटिक्स महासंघ के एक अधिकारी ने बताया, ‘मनप्रीत को जून में फेडरेशन कप के दौरान हुए टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया. उनके मूत्र के नमूने में प्रतिबंधित स्टिम्युलेंट डाइमेथिलबुटिलेमाइन पाया गया है. हमें नाडा ने मंगलवार रात इसकी सूचना दी. ‘ मनप्रीत के कोच और पति करमजीत ने संपर्क करने पर कहा, ‘हमें इस बारे में अभी कुछ नहीं बताया गया है.’ चीन में अप्रैल में आयोजित हुए एशियन ग्रैंड प्रिक्स के दौरान मनप्रीत ने 18.86 मीटर की दूरी तक गोला फेंककर गोल्ड जीता था. ये ग्लोबल मीट के क्वालिफाइंग मार्क 17.75 मीटर से भी बेहतर था. भुवनेश्‍वर में आयोजित हुए एशियन एथलेटिक्स मीट में उन्होंने 18.28 मीटर की दूरी के साथ गोल्ड जीता.

सूत्रों के अनुसार पहली बार किसी खिलाड़ी को डाइमेथिलबुटिलेमाइन के सेवन का दोषी पाया गया है. यह मेथिलहेक्सानामाइन स्टिम्युलेंट जैसा ही है. दिल्ली राष्ट्रमंडल खेल 2010 के दौरान कई खिलाड़ियों को मेथिलहेक्सानामाइन के सेवन का दोषी पाया गया था. मनप्रीत लंदन में अगले महीने होने वाली विश्व चैम्पियनशिप के लिये क्वालीफाई कर चुकी है लेकिन अब उसकी भागीदारी खतरे में पड़ गई है. एएफआई अधिकारी ने कहा ,‘हमने अभी इसके बारे में नहीं सोचा है लेकिन हम विश्व स्तर पर अपनी किरकिरी नहीं कराना चाहते. इस पर सोचना पड़ेगा’ मनप्रीत ने चीन के जिन्हुआ में एशियाई ग्रां प्री में 18 . 86 मीटर का थ्रो करके विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था.