November 15, 2024

पूर्व राज्यसभा सदस्य व शायर बेकल उत्साही का निधन

New Delhi/Alive News : मशहूर शायर और पूर्व राज्यसभा सदस्य पद्मश्री बेकल उत्साही का निधन हो गया। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। ब्रेन हैमरेज के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में जन्मे बेकल 95 वर्ष के थे। दिल्ली से उनका शव बलरामपुर ले जाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार होगा।

बेकल का वास्तविक नाम शफी खान था। वह हिंदी, उर्दू और अवधी के अजीम शायर थे। वह मंच पर भी बहुत सक्रिय थे। उन्हें एकल काव्य पाठ के लिए भी जाना जाता था। कांग्रेस की तरफ से 1986 में उन्हें राज्यसभा में भेजा गया था। उनके निधन पर पूरे साहित्य जगत में शोक की लहर है। कई साहित्यकारों व कवियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।

युवा कवि कुमार विश्वास ने अपनी फेसबुक वॉल पर लिखा, ‘आज सुबह साढ़े चार बजे हमारे घर के बड़े, हम सब को बहुत स्नेह करने वाले शायर पद्मश्री बेकल उत्साही हम सब को छोड़ कर चले गए। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि’ प्रख्यात समकालीन साहित्यकार अशोक चक्रधर ने बेकल के निधन पर संवेदना प्रकट करते हुए कहा, बेकल उत्साही हमारे देश की वाचिक परंपरा में गंगा-यमुना की मिली जुली संस्कृति के अकेले गायक थे। उन्होंने लिखा, ‘उनका रूप-सौंदर्य, उनकी वाणी का माधुर्य। दाढ़ी में गंगा जैसी बहती है सफेद नदी। उस नदी को कभी धूमिल नहीं होने दिया।’

उन्होंने बेकल की याद में कुछ पंक्तियां भी लिखीं‘बेकल जी गांव को लौट चलो इस शहर के लोग हठीले हैं,
है ज्वालामुखी हर एक बदन, पर मन के सभी बर्फीले हैं।’

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी शोक जताते हुए ट्वीट किया कि मशहूर शायर और पूर्व राज्यसभा सांसद बेकल उत्साही के निधन की सूचना मिली। शोक संतप्त परिवार को सांत्वना।