Faridabad/Alive News: लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम में चल रहे पांच दिवसीय ब्रह्मोत्सव का गरुवार को पूर्णाहूति के साथ समापन हो गया। इस अवसर पर सभी मूर्तियों का भव्य श्रृंगार और आरती कर जनकल्याण के लिए प्रार्थना की गई।
इस अवसर पर जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने बताया कि पांच दिन से चल रहे ब्रह्मोत्सव में दिव्यधाम में एक नवीन ऊर्जा एवं चेतना का संचार हुआ है। जिसका यहां प्रत्यक्ष अनुभव हो रहा है। इस आयोजन में सविधि सभी देवी देवताओं की अर्चक मूर्तियों के विशेष श्रृंगार किए गए हैं और उनके समक्ष आम जनमानस के कल्याण के लिए प्रार्थना की गई। जिसमें देशवासियों को धन-धान्य एवं उत्तम स्वास्थ्य से परिपूर्ण होने की कामना भगवान से की गई है वहीं उनसे दिव्यधाम को मानने वाले परिवारों में सुख शांति के लिए भी प्रार्थना की गई है। इसके साथ ही पांच दिन से चल रहे हवन में पूर्णाहूति दी गई है। इस अवसर पर आरा बिहार से आए जगदगुरु रामानुजाचार्य ज्योतिनारायणाचार्य महाराज एवं अलवर राजस्थान से आए स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बता दें कि यहां पांच दिन से चल रही चतुस्र्थानमार्चना भी संपन्न हो गई। जिसके द्वारा दसों दिशाओं के वास्तु देवताओं से भी संपन्नता बनाने की कामना की जाती है। इस आयोजन को दक्षिण के आचार्यों ने निर्विघ्न संपन्न करवाया और दिव्यधाम में आस्था रखने वाले लाखों भक्तों ने यहां माथा टेका है। वहीं विभिन्न सेवाओं में रत् स्वयंसेवकों ने भी अपनी अपनी जिम्मेदारियों को निभाया। बड़ी संख्या में जुटे भक्तों ने प्रसाद, आशीर्वाद एवं भोजन प्रसाद प्राप्त किया वहीं लगी छबीलों पर भी प्रसाद की व्यवस्था का लाभ लिया।