April 13, 2025

थकान और कमजोरी केवल नींद या आराम की कमी से नहीं पोषण की कमी से भी हो सकती है।

health/Alive News : आजकल की भागदौड़ भरी ज‍िंदगी में लोगों के ल‍िए अपनी सेहत का ख्‍याल रखना एक चुनौती बनता जा रहा है। ऐसे में लोग कई तरह की बीमार‍ियों का शि‍कार हो रहे हैं। इनमें मोटापा, डायब‍िटीज, द‍िल की बीमारी तो आम है। खानपान सही न होने पर लोगों में एनर्जी की कमी होने लगती है। उन्‍हें हमेशा थकान का सामना करना पड़ता है। दरअसल, फिट रहने, बीमारियों से बचे रहने और एनर्जेटिक बने रहने के लिए खानपान का सिर्फ हेल्दी होना ही नहीं, बल्कि बैलेंस होना भी जरूरी है।

आयरन की कमी से होती है एनीमिया की समस्या-
आयरन की कमी के कारण शरीर में खून की मात्रा कम हो जाती है। इससे लोगों को थकान, सांस फूलना, चेहरा पीला लगने जैसी समस्‍याओं का सामना करना पड़ता है। अगर आपको अपने शरीर में आयरन की कमी को पूरा करना है तो चना, दाल, पालक, तिल, किशमिश, खजूर, अलसी और अनार को अपनी डाइट में बि‍ना देर क‍िए शाम‍िल कर लेना चाह‍िए। ये शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने का काम करते हैं। इससे शरीर में ऑक्सीजन का संचार बेहतर होता है।

फोकस बढ़ाने में मददगार है विटामिन बी12-
विटामिनी बी12 की कमी से शरीर में कमजोरी बनी रहती है। सुस्ती और चिड़चिड़ापन भी महसूस हो सकता है। यह न्यूरोलॉजिकल हेल्थ के लिए भी जरूरी है। इसकी कमी को पूरा करने के ल‍िए अंडा, दूध, दही, पनीर और फोर्टिफाइड फूड्स जैसे ब्रेकफास्ट सीरियल्स को खाया जा सकता है। इससे आपको कुछ ही दि‍नों में फर्क महसूस होगा।

विटामिन डी की कमी से कमजोर हो जाती हैं हड्डियां-
विटामिन डी न सिर्फ हड्डियों के लिए, बल्कि एनर्जी लेवल बनाए रखने में भी मदद करता है। इसकी कमी से मसल्‍स पेन, थकान और सुस्ती हो सकती है। सूरज की रोशनी विटामिन डी
का अच्छा स्रोत है। इसके अलावा अंडे की जर्दी, मशरूम काे खाना चाह‍िए।

अच्छी नींद के लिए जरूरी है मैग्नीशियम-
मैग्नीशियम की कमी से नींद की कमी, बेचैनी और मांसपेशियों में खिंचाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह एक ऐसा मिनरल है जो स्‍लीप साइक‍िल को सुधारने में सहायक होता है। इसके लिए बादाम, कद्दू के बीज, केला, पालक और साबुत अनाज का सेवन फायदेमंद रहेगा।

ओमेगा-3 फैटी एसिड न होने से बढ़ता है तनाव-
ओमेगा-3 फैटी एस‍िड हमारे मेंटल हेल्‍थ के ल‍िए बेहद जरूरी होते हैं। ये ब्रेन फंक्शन में अहम भूम‍िका न‍िभाते हैं। इसकी कमी से मूड स्विंग, याददाश्त में कमी और डिप्रेशन जैसे लक्षण हो सकते हैं। इसके लिए अखरोट, अलसी के बीज, सरसों का तेल और मछली (जैसे सालमन) का सेवन करें।