Panchkula/Alive News : रविवार को हरियाणा कुरुक्षेत्र के गांव सारसा से लापता हुए तीन बच्चों के शव पंचकुला पुलिस ने मोरनी हिल्स से बरामद किए हैं। मृतक बच्चों की पहचान समीर 11 साल , बेटी सिमरन 8 साल और बेटा समर 4 साल है। जानकारी के अनुसार, बच्चों के पिता और चाचा पर हत्या का आरोप है। बच्चों के पिता ने इनका कत्ल करवाने की साजिश रची थी, जिसके बाद चाचा ने बच्चों को अगुआ कर मोरनी हिल्स लाकर उन्हें गोली मार दी। इसलिए किया कत्ल…
– शव बरामद हुए तो तीनों बच्चों के पिता का फोन बंद आ रहा था। शक के आधार पर कुरुक्षेत्र पुलिस ने पिता सोनू मलिक से कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। पता चला कि तीनों बच्चों की हत्या पिता सोनू मलिक व चाचा जगदीप मलिक ने की है। हत्या का कारण अवैध संबंध बताया जा रहा है। सोनू मलिक का किसी अन्य महिला से संबंध है।
– कुरूक्षेत्र पुलिस ने बच्चों के चाचा जगदीप को शक की बनाह पर हिरासत में लिया था और उसे मंगलवार सुबह बच्चों की शिनाख्त के लिए पंचकूला की मोरनी हिल्स लाया गया था, जहां से पुलिस ने बच्चों के शवों को कब्जे में लिया।
ऐसे लापता हुए थे बच्चे…
रविवार को गांव सारसा से सगे बहन भाई समीर उम्र 11 साल, 7 साल की सिमरन 6 साल का समर अचानक लापता हो गए थे। तीनों बच्चे कुरुक्षेत्र के धन्ना भगत स्कूल में पढ़ते थे।बच्चों के पिता सोनू ने अपहरण की आशंका जताई थी। सोनू के मुताबिक यदि बच्चे मर्जी से गए होते तो किसी किसी तरह वे संपर्क कर लेते। क्योंकि बड़े बेटे समीर मलिक को परिजनों के सभी मोबाइल नंबर याद हैं। वह उनसे संपर्क जरूर करता।
बच्चों के दादा जीता राम ने बताया कि रविवार को एक रिश्तेदार के निधन पर शोक जताने गए थे। इसी बीच तीनों बच्चे घर से निकल गए थे। लेकिन जब देर शाम तक बच्चे नहीं लौटे तो उनकी चिंता बढ़ गई। इस बीच बच्चों के पिता सोनू ने बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कराई।
घुमाने ले जाने के बहाने ले गया था बच्चों को
– बच्चों के चाचा का नाम जगदीप है वो बच्चों को बच्चों को गांव से स्विफ्ट(मोरनी) में मेला घुमाने के बहाने लाया था।
– जगदीप ने बताया कि गोली मारने के दौरान मैंने म्यूजिक तेज किया और गाड़ी के शीशे व डोर बंद कर दिए थे।
– फिर एक-एक बच्चे (समर 4 साल, सिमरन 8 साल, समीर 11 साल) को बाहर बुलाया और पहाड़ी की ओर देखने को कहा। इसके बाद उसे पीछे से गोली मार दी और उनके शव को सड़क के किनारे खाई में फेंक दिया।
– दरअसल पिता की प्लानिंग थी कि बच्चों के शव खाई में पड़े-पड़े सड़ जाएंगे और बच्चों को लापता मानकर पुलिस उन्हें खोजती रहेगी।