Faridabad/Alive News: जिला उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि खरीफ सीजन की फसलों की कटाई का समय नजदीक आ चुका है। किसान अपने खेतों में फसल अवशेषों को जलाने की बजाए उनका उचित निपटान करना सुनिश्चित करें। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा पराली का मशीनो के माध्यम से प्रबंधन करने पर प्रति एकड 1000 रुपए प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी।
उन्होंने किसानो से अपील करते हुए कहा है कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी जो किसान स्ट्रा बेलर द्वारा फसल अवशेषों की गांठ बनवाने पर या धान के खेतो मे सुपर सीडर, हैप्पी सीडर, रिवर्सिबल एम० बी० प्लो. जीरो टिल सीड ड्रिल, रोटावेटर व हैरो द्वारा पराली अवशेषों को भूमि मे मिलाएगा उसे भी 1000 रूपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप कृषि निदेशक डॉ अनिल कुमार ने बताया कि जो किसान मशीनों द्वारा पराली अवशेषों को मिटटी में मिलाने का कार्य करेंगें ये किसान प्रत्येक एकड में पराली का प्रबंधन करते हुए जीपीएस लोकेशन वाली तस्वीरों का रिकार्ड अपने पास रखेंगे। पोर्टल पर पंजीकृत किसानों द्वारा किए गए पराली प्रबंधन के कार्य का सत्यापन ग्राम स्तरीय कमेटी द्वारा किया जाएगा।
इसके पश्चात उपायुक्त की अध्यक्षता वाली जिला स्तरीय कमेटी के अनुमोदन के बाद पात्र किसानों को लाभ दिया जाएगा। सहायक कृषि अभियंता राकेश कुमार ने कहा कि किसान का विभागीय पोर्टल www.agriharyana.gov.in पर पंजीकरण से पहले ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पर पहले से पंजीकृत होना अनिवार्य है। जिले में स्थित गोशालाओ को धान की पराली उठाने के लिए यातायात खर्च की एवज में 500 रुपए प्रति एकड़ की दर से सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी। एक गोशाला के लिए अधिकतम सहायता राशि 15000 रुपए होगी।