Faridabad/Alive News : अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत किसानों को कृषि यंत्रों की मदद से धान की फसल अवशेषों का प्रबंधन करने पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा एक हजार रूपये प्रति एकड़ की दर से सहायता राशि दी जायगी।
डॉ. विजय यादव, सहायक कृषि अभियन्ता ने बताया कि गत 2 वर्षों से स्ट्रा बेलर (Te-Sit Technique) द्वारा फसल अवशेषों की गांठे बनवाने पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग एक हजार रूपया प्रति एकड़ की दर से सहायता राशि दे रहा है। जबकि इस वर्ष से किसानों के लाभार्थी विभाग द्वारा 6 प्रकार के फसल अवशेष प्रबंधन कृषि यंत्र जैसे कि सुपर सीडर हैप्पी सीडर रिवर्सिबल एम.बी.(प्लो, जिरो दिल सीड ड्रिल मशीन, रोटावेटर व हैरो In-Situ Technique) की मदद से फसल के अवशेषों को मिट्टी में मिलाए जाने पर भी एक हजार प्रति एकड़ की दर से सहायता राशि दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होने किसानों से आहवान किया कि धान की फसल की कटाई शुरू हो चुकी है, किसान In-Su Technique के माध्यम से फसल अवशेषों का प्रबन्धन करें। इससे न केवल धरती की उपजाउ शक्ति बढ़ती है व मित्र कीट व पोषक तत्वों का हास नहीं होता है बल्कि रसायनिक खादों पर होने वाले खर्च में भी कमी आती है। उन्होंने यह भी बताया कि किसान Ex-Situr Technique के माध्यम से बेलर द्वारा पराली की गांठे बनाकर अपनी आमदनी भी बढ़ा सकते है। इच्छुक किसान जो स्ट्रा बेलर, सुपर सीडर, हैप्पी सीडर. रिवर्सिबल एम.बी.प्लो, जिरो टिल सीड ड्रिल, रोटावेटर व हँसे के माध्यम से फसल के अवशेषों का प्रबंधन करने पर सहायता राशि का लाभ लेना चाहते हैं। ऐसे किसान विभागीय पोटल www.agriharyana.gov.in पर अपना ऑनलाईन पंजीकरण करवायें। किसान का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर भी पंजीकरण करवाना आवश्यक है।
अधिक जानकारी के लिये किसान उप कृषि निदेशक फरीदाबाद अथवा सहायक कृषि अभियन्ता फरीदाबाद के कार्यालय 9991378618 पर संपर्क कर सक है। अथवा दूरभाष नम्बर 7015118232 व 9991378618 पर संपर्क कर सकते है।