December 18, 2024

“किसानों का दिल्ली कूच: पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, 15 से ज्यादा किसान जख्मी”

Delhi/Alive News: पंजाब के किसान फरवरी से अपनी मांगों को लेकर शंभू बाॅर्डर पर बैठे हैं। किसान दो बार दिल्ली कूच का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन दोनों बार हरियाणा पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया था। आज फिर किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं

01:54 PM
आंसू गैस के 30 से ज्यादा गोले दागे गए
हरियाणा की तरफ से अभी तक 30 से ज्यादा आंसू गैस के गोले दागे जा चुके हैं। 15 से ज्यादा किसान जख्मी हो चुके हैं।
01:43 PM
किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ने का किया प्रयास
एक बार फिर से किसानों ने कुंडी डालकर बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने आंसू गैस और पानी का प्रयोग किया। दो किसान घायल हुए हैं। एम्बुलेंस से भेजा गया है।
01:29 PM
बजरंग पुनिया भी शंभू मोर्चे पर पहुंचे
बजरंग पुनिया भी किसान मोर्चे पर किसानों का साथ देने के लिए शंभू मोर्चे पर पहुंच चुके हैं।
01:25 PM
ड्रोन से छोड़े जा रहे आंसू गैस के गोले
हरियाणा की तरफ से ड्रोन द्वारा भी आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। इसमें एक किसान बुरी तरह ज़ख्मी हुआ है। प्रशासन के पास एम्बुलेंस भी खत्म हो गई। अब किसान अपनी प्राइवेट गाड़ियों से घायलों को अस्पताल ले जा रहे हैं।
01:24 PM
रुक-रुककर पानी की बाैछार
हरियाणा पुलिस की तरफ से किसानों पर रुक-रुककर पानी की बाैछार की जा रही है।
01:14 PM
पुलिस पर गंदा पानी फेंकने का आरोप
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने आरोप लगाया कि पुलिस की तरफ से गंदा पानी फेंका जा रहा है। केमिकल वाला स्प्रे किया जा रहा है।
किसानों में भगदड़
पुलिस की कार्रवाई से किसानों में भगदड़ मच गई है। कई किसानों के घायल होने की सूचना है।
12:16 PM
किसान-पुलिस फिर आमने-सामने
किसान आगे जाने के लिए रास्ता मांग रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि किसान दिल्ली जाने की अनुमति दिखाएं और आगे जाएं।
12:04 PM
जात-पात से ऊपर उठ कर करें किसानों का समर्थन -बजरंग पूनिया
शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पूनिया सुबह 10 बजे करनाल पहुंचे। उन्होंने किसान को समर्थन देने का एक दिन पहले ही ऐलान कर दिया था। करनाल पहुंचे बजरंग पूनिया ने कहा कि हमें जात-पात से ऊपर उठ कर किसानों का साथ देना चाहिए। क्योंकि किसान देश का अन्नदाता है और हम लोग जो अनाज खाते है। उस अनाज को किसान खेतों में कड़ी मेहनत कर के उगाता है। उन्होंने कहा कि किसान अपनी फसलों का न्यूनतम दाम मांग रहे है। हरियाणा के किसानों को लेकर उन्होंने कहा कि नोएडा व गाजीपुर बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर बैठे है। हरियाणा सरकार को लेकर कहा कि हर साल 12000 किसान आत्महत्या करते है । क्योंकि कि किसानों को उनकी फसलों का सही दाम नहीं मिल रहा। जितनी उनकी लागत होती है वो भी उनको नहीं मिल रहा है। सरकार को यह आंकड़े देख कर किसानों की मांगों को पूरा करना चाहिए ताकि किसान आज के समय में आत्महत्या करने पर मजबूर न हो।