October 26, 2024

वरदान साबित हो रही है परिवार पहचान पत्र योजना : विक्रम सिंह

-अप्रैल 2022 से अब तक 501 लाभपात्रों का डेटा समाज कल्याण विभाग ने पीपीपी के जरिए जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय को भेजा
-पीपीपी से मिले डेटा में से 348 लोगों को घर बैठे पेंशन बनाकर भेजी, नहीं खाने पड़े धक्के, 23 लोग ऐसे जो पीपीपी बनवाकर दूसरे राज्यों में हुए शिफ्ट, नहीं हो रहा संपर्क

Faridabad/Alive News : वृद्धावस्था सम्मान भत्ता के लाभपात्रों को मिलने वाली पेंशन योजना के लाभ के लिए अब किसी को भी बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे। हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी परिवार पहचान पत्र योजना के तहत अब पात्रों को घर बैठे ही वृद्धावस्था सम्मान भत्ता पेंशन की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। अप्रैल 2022 में योजना के शुरू होने के बाद अब तक 501 आवेदन समाज कल्याण विभाग के मुख्यालय से रेफर होकर जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय को प्राप्त हुए और इनमें से 348 लाभपात्रों को बगैर आवेदन व बगैर कार्यालयों में घूमें पेंशन योजना का लाभ शुरू कर दिया गया। जिला में मौजूदा समय में 91 हजार 172 वृद्धावस्था सम्मान भत्ता पेंशन धारक हैं।

उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि परिवार पहचान पत्र योजना के तहत जिला में 501 लोगों को डेटा जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय को प्राप्त हुआ। इनमें से 348 लोगों की पेंशन बना दी गई। 45 लोग ऐसे मिले जो पहले से किसी अन्य सरकारी योजना के तहत पेंशन ले रहे थे और उन्होंने बनवाने से मना कर दिया। 23 लोग ऐसे थे जो दूसरे प्रदेशों से थे और पीपीपी बनवाने के लिए जिला से शिफ्ट कर गए। इन लोगों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो सका। छह व्यक्ति ऐसे हैं जो दोबारा से विजिट के लिए बुलाए गए लेकिन वह अभी तक उपस्थित नहीं हुए। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ऐसा है जो रिवेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया और कार्यालय में उपस्थित हुआ। वहीं 23 फार्म उन लोगों को रद्द किए गए जो कहीं दूसरे स्थान से पेंशन ले रहे थे, वेरिफिकेशन के बाद उनकी आयु 60 वर्ष पूरी नहीं मिली और 15 वर्षों का हरियाणा का रिहायश का प्रमाण नहीं मिला। उन्होंने बताया कि अभी तक 55 केस ऐसे हैं जो वेरिफिकेशन के लिए पेंडिंग हैं और जल्द ही इनकी पेंशन भी जारी कर दी जाएगी।

जिला में ये है पेंशन की स्थिति
-वृद्धावस्था पेंशन भत्ता पेंशन धारक- 91 हजार 172
-दिव्यांग पेंशन धारक : 6762
-विधवा पेंशन धारक : 49541
-निराश्रित बच्चों की पेंशन : 9031
-लाडली योजना पेंशनधारक : 1619
-कश्मीरी विस्थापित पेंशन : 03
-स्कूल न जाने वाले मानसिक दिव्यांग बच्चे : 383
-बौना पेंशन धारक: 01