New Delhi/Alive News : गुरुवार की शाम दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और सीएम केजरीवाल को जब एक साथ देखा गया तो हर कोई हैरान था. दिल्ली में आयोजित की गई डिनर पार्टी में केजरीवाल और जेटली एक साथ नजर आए. इस दौरान दोनों राजनेताओं के चेहरे पर एक अलग सी मुस्कान देखने को मिली. दरअसल गुरुवार को दिल्ली में जीएसटी काउंसिल की बैठक थी, जो देर रात तक चली. बैठक के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने काउंसिल के सभी सदस्यों के लिए डिनर का आयोजन किया था.
केजरीवाल ने किया इनवाइट
एक चैनल के अनुसार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने फाइव सेंसेज गार्डन में जीएसटी काउंसिल की बैठक में शामिल हुए सभी सदस्यों के लिए डिनर का प्लान किया था, हालांकि उन्होंने इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं दी थी. केजरीवाल खुद पार्टी स्थल पर पहुंचे और डिप्टी सीएम सिसोदिया को जिम्मेदारी दी कि वह सभी सदस्यों को लेकर वहां पहुंचे. जीएसटी काउंसिल की बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली घर जाने की तैयारी कर रहे थे, तभी मनीष सिसोदिया ने उन्हें केजरीवाल की डिनर पार्टी में आने के लिए इनवाइट किया. सिसोदिया के इनवाइट किए जाने के बाद जेटली अपने जूनियर मंत्री शिव प्रताप शुक्ला के साथ वहां पहुंचे. इस डिनर पार्टी में दोनों नेताओं की मुलाकात को आपसी रिश्तों से जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि मानहानि मामले के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी.
आप ने ट्विटर पर शेयर की तस्वीरें
आम आदमी पार्टी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डिनर पार्टी की तस्वीरों को साझा किया है. इन तस्वीरों में दोनों राजनेताओं के रिश्तों की तल्खी खत्म होती हुई दिखाई दे रही है. दिल्ली की ठंड से बचने के लिए अरुण जेटली एक सुनहरे रंग की शॉल को ओढ़कर बिल्कुल केजरीवाल के बगल में बैठे हुए नजर आ रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जेटली और केजरीवाल के बीच इस मुलाकात के दौरान ज्यादा बातचीत नहीं हुई है. दिल्ली सरकार ने सभी मेहमानों को स्थान तक पहुंचाने के लिए 8 लग्जरी बसों की व्यवस्था की थी. हालांकि कुछ मेहमानों ने दिल्ली से जाम में जूझने की बजाय मेट्रो का भी सहारा लिया.
जेटली ने किया है मानहानि केस
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल के अलावा के आशुतोष, कुमार विश्वास, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक बाजपेयी के खिलाफ पिछले दिनों मानहानि का मुकदमा दायर करवाया था. दरअसल आम आदमी पार्टी के नेताओं ने DDCA ने जेटली पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. आप नेताओं ने कहा था कि जेटली ने अपने अध्यक्ष पद का फायदा उठाते हुए डीडीसीए में भ्रष्टाचार किया था, जिसके बाद जेटली ने आप पर 10 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा किया था.