Health/Alive News: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज आज तक नहीं मिल पाया है। देखा जाये तो अब तक कैंसर से लाखो लोग अपनी जान गवा चुकें हैं।ऐसे में जागरूकता ही इस बीमारी से लड़ने के लिए अहम भूमिका निभाती है। मिली जानकारी के मुताबिक हर साल 1 करोड़ 90 लाख कैंसर केस सामने आते हैं। चीन और अमेरिका के बाद भारत कैंसर के मामलों में तीसरे नंबर पर है।
बता दें कि यह बीमारी छोटी स गांठ से शुरू होती है जो अंत में जाकर कैंसर का रूप धारण कर लेती है। सह्याद्रि नारायण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, शिमोगा (कर्नाटक) की कैंसर एक्सपर्ट डॉ. अपर्णा श्रीवत्स बताती हैं कि कैंसर उन बीमारियों में से है, जिनके बारे में समय से पता लग जाए तो उनके इलाज में आसानी होती है। समय से जांच या स्क्रीनिंग कैंसर की रोकथाम में अहम भूमिका निभाती है।
हाल ही में आई इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल ‘लैंसेट’ की एक रिपोर्ट भी बताती है कि अगर सही समय पर स्क्रीनिंग या जांच की जाती है तो महिलाओं में कैंसर से होने वाली 67 फीसदी असमय मौतों को रोका जा सकता है।
लेकिन भारत में कैंसर की जांच के आंकड़े संतोषजनक नहीं हैं। नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे 2019-21 के मुताबिक भारत में 30 से 49 उम्र की सिर्फ 0.9 फीसदी महिलाएं ऐसी हैं, जिन्होंने जीवन में कभी ब्रेस्ट कैंसर की जांच कराई है। वहीं सर्वाइकल कैंसर के लिए यह आंकड़ा सिर्फ 1.9 फीसदी है।
कैसे कम करें कैंसर का खतरा
डॉ अपर्णा बताती हैं कि कैंसर नीचे बताए 4 बड़े कारणों से बढ़ रहा है-
सिगरेट, तंबाकू
अल्कोहल
ई- सिगरेट
मोटापा या ओबेसिटी
वो ये भी कहती हैं कि खाने में पर्याप्त फाइबर, फ्रूट्स और सब्जियां शामिल करने और जंक फूड, तंबाकू व अल्कोहल अवॉइड करने और रोजाना कम से कम 30 मिनट कसरत से कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है।