Faridabad/Alive News : गृह मंत्रालय के आदेशानुसार प्रत्येक महीने के प्रथम बुधवार को साइबर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। जिसके तहत प्रत्येक जिले की साइबर टीम नागरिकों को साइबर ठगी की वारदातों से बचने के उपायों के बारे में जागरूक करेगी। एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत ने रेडियो मानव रचना के माध्यम से नागरिकों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए अहम जानकारी प्रदान की।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि इंस्पेक्टर बसंत व एसआई सतवीर बुधवार को आरजे भावना के साथ रेडियो मानव रचना स्टूडियो में मौजूद थे। नागरिकों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए इंस्पेक्टर बसंत ने बताया कि आजकल के डिजिटल युग में साइबर ठग धोखाधड़ी करने के नए-नए तरीके ढूंढते रहते हैं और भोले-भाले लोग इनके झांसे में आकर अपने खून पसीने की सारी कमाई इन्हें दे बैठते हैं। उन्होंने बताया कि साइबर ठगी करने के अनेकों तरीके हो सकते हैं। जिसमें साइबर ठग विभिन्न प्रकार के लालच या स्कीम देकर साइबर अपराध करने की कोशिश करते हैं।
जिसमें मुख्यत लोन, क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाना, बीमा पॉलिसी अपडेट, केवाईसी, आधार कार्ड अपडेट तथा लॉटरी इत्यादि शामिल है। उन्होंने बताया कि ठगी के बहुत सारे तरीके हो सकते हैं लेकिन यह साइबर ठग विभिन्न तरीकों से आपसे कुछ गिनी चुनी जानकारी ही एकत्रित करना चाहते हैं। जिसमें आपका बैंक अकाउंट, क्रेडिट कार्ड या एटीएम कार्ड नंबर, सीवीवी कोड, एक्सपायरी डेट, ओटीपी, आधार कार्ड नंबर इत्यादि शामिल है। साइबर ठग किसी भी तरीके से आप से उक्त जानकारी निकालने की कोशिश करते हैं और यदि किसी व्यक्ति को इसके बारे में जागरूकता नहीं है तो वह यह जानकारी साइबर ठगों को दे देते हैं। फिर उनके खाते में रखी सारी रकम साइबर ठगों द्वारा साफ कर दी जाती है इसीलिए इससे बचने का सबसे आसान तरीका है कि अपने अकाउंट संबंधित कोई भी जानकारी न ही किसी को फोन पर दें और ना ही किसी के फोन करने पर किसी भी वेबसाइट पर डालें।