Chandigarh/Alive News: ऐलनाबाद विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुक्रवार को समाप्त हो गई। आखिरी दिन इनेलो से अभय सिंह चौटाला और कांग्रेस से पवन बैनीवाल सहित 21 उम्मीदवारों ने नामांकन दर्ज किया। अब चुनाव मैदान में कुल 26 उम्मीदवार हैं। नामांकन पत्र वापस लेने के लिए 13 अक्तूबर तक का मौका है। इसके बाद चुनाव चिन्ह अलॉट कर दिए जाएंगे।
शुक्रवार को शहर के सालासर मंदिर में पूजा के बाद इनेलो प्रत्याशी अभय ऐलनाबाद के लिए रवाना हुए। वहां एसडीएम ऑफिस में पहुंचकर नामांकन दर्ज किया। दूसरी ओर कांग्रेस उम्मीदवार पवन बैनीवाल ने भी नामांकन दाखिल किया। उनके साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, विधायक शीशपाल केहरवाला, नवीन केडिया, राजकुमार शर्मा सहित अन्य नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
जानकारी के मुताबिक इनेलो प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला ने कहा कि ये लड़ाई उनकी नहीं बल्कि ऐलनाबाद की जनता और कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई है। इस सीट से उन्होंने ऐलनाबाद की जनता और संयुक्त किसान मोर्चा के कहने पर इस्तीफा दिया था और अब वे उपचुनाव भी उन्हीं के कहने के मुताबिक लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भी दूध की धुली नहीं है, क्योंकि वर्ष 2012-13 में कांग्रेसराज में ही कृषि कानूनों के ड्राफ्ट तैयार किए गए थे, मगर संसद में बहुमत न होने के कारण ये पारित नहीं हो सके। कांग्रेस को भाजपा की बी टीम बताते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाकर भाजपा को राहत दी गई।
कांग्रेस प्रत्याशी पवन बैनीवाल के नामांकन दर्ज करने के बाद प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस नेता विनोद बंसल ने जीत का दावा किया। सैलजा ने कहा कि आज लोकदल का कुछ नहीं बचा। उनकी जमीन खिसक रही है। अभय ने इस्तीफा देकर जनता पर उपचुनाव थोपा है। इसका कोई औचित्य नहीं था। पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि सरकार का प्रजातंत्र से विश्वास उठ चुका है। क्योंकि जिस प्रकार यूपी में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और दीपेंद्र हुड्डा के साथ व्यवहार हुआ और किसानों के साथ जो व्यवहार किया गया है, यह उससे स्पष्ट हो रहा है।