Faridabad/Allive News : मनोहर लाल खट्टर ने पहले हरियाणा की बिजली व्यवस्था का भट्ठा बिठा दिया और अब वो पूरे देश की बिजली व्यवस्था को खटारा बनायेंगे। एनआईटी विधानसभा से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने प्रदेश की बिजली व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला और कहा कि पिछले 10 साल में बिजली उत्पादन की एक भी मदर यूनिट बीजेपी लेकर नहीं आयी। लगातार बढ़ रही बिजली की खपत और उपभोक्ताओं की बढ़ती तादाद को समझते हुए मनोहर सरकार ने कोई प्रयास नहीं किए। जिसके चलते आज न केवल फ़रीदाबाद बल्कि प्रदेश की जनता परेशानी झेल रही है। आज बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार अदानी के हाथों की कठपुतली बनी हुई है।
हरियाणा की खट्टर सरकार ने अदानी पर नरमी बरतते हुए समझौते की शर्तों में परिवर्तन करते हुए 1424 मेगावाट बिजली की जगह 1096 मेगावाट बिजली देने और प्रति यूनिट 2.94 की जगह 3.48 रुपए करने पर मोहर लगा दी। अदानी के साथ वर्ष 2008 में हुड्डा सरकार में हुए समझौते के अनुसार अदानी पॉवर लिमिटेड 25 साल तक 1424 मेगावाट बिजली देगा। इसमें से 70 प्रतिशत स्थानीय कोयले का प्रयोग करेगा और 30 प्रतिशत कोयला विदेश से आयात होगा। लेकिन अदानी ने विदेश से आयात कोयले की क़ीमत अधिक होने का हवाला देते हुए शर्तों को मानने से इंकार कर दिया।
बीजेपी की कैबिनेट सरकार ने अदानी पर सभी जुर्मानों को माफ़ करते हुए बिजली की यूनिट के रेट बढ़ा दिए और बिजली आपूर्ति को भी घटाकर 1096 मेगावाट कर दिया।
नीरज शर्मा ने कहा कि भाजपा की मनोहर सरकार की अदानी के प्रति दयालुता के चलते ही आज प्रदेश का हर वर्ग बिजली से त्राहिमाम कर रहा है। जिसके लिये पूरी तरह मनोहर लाल ज़िम्मेदार हैं, जो अब पूरे देश की बिजली व्यवस्था को खटारा बनाने जा रहे हैं। आज सरकार को पीक ओवर्स में 17 रूपये प्रति यूनिट तक ख़रीदना पड़ रहा है इसी लिए सिर्फ़ एनआईटी 86 में ही नहीं, फ़रीदाबाद में ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा में बिजली का भारी संकट पैदा हो गया है .