Faridabad/Alive News: 36 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला कला और संस्कृति के लिए अमिट छाप प्रदान कर रहा है। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल मार्गदर्शन में आज पर्यटन निगम शिल्पकारों, बनुकरों, कलाकारों को शिल्प मेले में बेहतर प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है।
बता दें, कि 36 वें सूरजकुंड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में करोड़ों रुपए की धनराशि के क्रॉफ्ट की डील हो रही है। वहीं साहिबा सिल्क साड़ी बनारस हैंडलूम जलालीपुरा अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में अब तक करोड़ों रुपए की धनराशि के माल की सप्लाई कर विश्व स्तरीय व्यापारिक डील से जुड चुकीं है।
स्टॉल नंबर-970 के 30 वर्षीय मौहम्मद कलीम ने जानकारी देते हुए बताया कि साहिबा सिल्क साड़ी बनारस हैंडलूम जलालीपुरा द्वारा मेले में अब तक 200 साड़ी और 300 सूट का ऑर्डर लिया जा चुका है। प्योर शिल्क काटन फैबरीक साङिय़ो व सूटों की 5 हजार मीटर कपड़े की खरीददारी की डील फाइनल हो गई है, जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपए है।
मौहम्मद कलीम कहा कहना है कि एक साड़ी पर बेहतर कारीगरी करने के लिए एक से लेकर डेढ़ महीना तक लगता है। वे पिछले डेढ दशक से सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में स्टॉल लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में बेहतर शिल्पियों को प्लेटफार्म सूरजकुंड अन्तर्राष्ट्रीय शिल्प मेले के जरिए से मिलता है। उनके पास अब तक 2.5 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिल चुका है, जिसमें मुख्य रूप से कॉटन सिल्क, दुपट्टा, साड़ी आदि के 100 पीस के ऑर्डर शामिल हैं। इनके लिए अमेरिका सहित अन्य विकसित देशों से भी ऑर्डर मिल रहे है।