Chandigarh/Alive News: राज्य में योग आयोग की ओर से 75 लाख सूर्य नमस्कार के कराए जा रहे कार्यक्रम से शिक्षा विभाग खासकर विद्यार्थी के हितों को लेकर ठीक नहीं मान रहा। विभाग का मानना है कि जनवरी से मार्च तक विद्यार्थियों का परीक्षा का समय होता है। इसलिए ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों की पढ़ाई का कार्य प्रभावित होता है।
योग आयोग की ओर से 75 लाख सूर्य नमस्कार में विद्यार्थियों को शामिल करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखा गया था। इस पत्र की कॉपी सभी डीईओ, डीईईओ, बीईओ और बीईईओ को भेजी गई। लेकिन अब विभाग की ओर से हरियाणा योग आयोग को पत्र लिखा गया है। जिसमें कहा गया है कि वार्षिक परीक्षा तथा विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए आग्रह किया है कि भविष्य में जनवरी से मार्च माह के बीच इस प्रकार की किसी भी कार्यक्रम का आयोजन विद्यालयों में न कराया जाए।
क्योंकि इससे विद्यार्थियों का अध्ययन कार्य प्रभावित होता है। इस मामले में योग आयोग के चेयरमैन डॉ जयदीप आर्य का कहना है कि एक व्यक्ति को 6 दिन तक सूर्य नमस्कार करना है। इन पेरु सूर्य नमस्कार करने में मात्र 6 मिनट का समय लगता है। सूर्य नमस्कार तो विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। फिर भी यह विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य नहीं है। सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम 14 फरवरी तक चलना है।