November 6, 2024

छात्रवृत्ति समय पर न मिलने से प्रदेश में हजारों छात्रों की शिक्षा पर संकट!

Faridabad/Alive News : छात्रवृत्ति न मिलने से फरीदाबाद सहित पूरे हरियाणा में हजारों विद्यार्थियों की शिक्षा अधर में लटक रही है। सरकार की लापरवाही और अधिकारियों की अनदेखी से स्कूलों में वजीफा नहीं पहुंच रहा, किताबें नहीं मिल रही और हायर एजुकेशन के विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप समय पर खाते में नहीं आ रही, जिससे विद्यार्थियों की शिक्षा खराब हो रही है। उक्त शब्द बसपा के प्रदेश प्रभारी मनोज चौधरी ने सेक्टर 12 लघु सचिवालय पर भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन में कहे।

बसपा जिला अध्यक्ष सरदार उपकार सिंह ने भाजपा सरकार को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि यह सरकार केवल धर्म की राजनीति करती है, जबकि शिक्षा ही देश का भविष्य है। शिक्षा के लिए सरकार कोई काम नहीं कर रही। सरकारी स्कूलों की हालत खराब है, और यहां पढ़ने वाले बच्चे राम भरोसे छोड़ दिए गए हैं। वह ऐसी सरकार की निंदा करते हैं।

इस प्रदर्शन में लोकसभा प्रभारी एडवोकेट एन पी सिंह बघेल, जिला उपाध्यक्ष नंदकिशोर कंडेरे, जिला महासचिव डॉ सुशील कटारिया, कोषाध्यक्ष बृजभूषण कर्दम, टीकम सिंह गौतम, डॉ राम सिंह, शिवलाल, मोहनलाल सम्राट, के एल गौतम, महावीर सिंह, करन सिंह, रमेश कश्यप, राजवीर सिंह बालाजी, लक्ष्मण सिंह, विजय कुमार, अजीत सिंह, जरनैल सिंह, सरदार हरभजन सिंह, जगदीश आर्य, संदीप शर्मा, कैलाश चंद, मन्नू गौतम, रामकुमार सिंगला, राजपाल बौद्ध, नीरज गौतम, कमल किशोर, जितेंद्र, लवली, फैजल खान, अवध किशोर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। विरोध प्रदर्शन के बाद महामहिम राज्यपाल के नाम लिखित मांग पत्र सौंपा गया, जिसमें निम्न मांगे रखी गई।

हरियाणा प्रदेश में एससी व ओबीसी छात्रवृत्ति को जानबूझकर संकीर्ण मानसिकता के कारण रोका जा रहा है इसीलिए बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता मांग करते हैं कि 2014-2017 एससी व ओबीसी के छात्रवृत्ति में हुए घोटाले की विजिलेंस जांच कई वर्षों से जारी है, जिसके कारण छात्रवृत्ति रुकी हुई है। जांच का कोई भी परिणाम अब तक नहीं निकल पाया। इस घोटाले की शीघ्र जांच हो। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराएं तथा छात्र-छात्राओं को उनकी रुकी हुई स्कॉलरशिप जल्दी मिल सके। 2017 के बाद से अब तक जो भी छात्रवृत्ति एससी और ओबीसी के स्टूडेंट्स को दी जा रही है, वह पूरी नहीं दी जा रही है। परिवार पहचान पत्र में इनकम वेरीफाई ना होने के कारण काफी बच्चों के इनकम सर्टिफिकेट रिजेक्ट कर दिए गए हैं, या फिर बना ही नहीं रहे हैं।

कुछ सरकारी व निजी-शिक्षण संस्थान स्टूडेंट से जबरन फीस वसूली करते है। जिसके कारण जो बच्चे फीस नहीं भर पाते मानसिक प्रताड़ना का शिकार किये जा रहे हैं। सभी योग्य छात्र छात्रवृत्ति के लिए अप्लाई करते हैं, किंतु उनमें से काफी छात्रों की छात्रवृत्ति उन्हें नहीं दी जा रही है। सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे गरीब बच्चों की छात्रवृत्ति व वजीफे समय पर बच्चों को नहीं दिए जा रहे। स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को मिलने वाला मासिक वजीफा एक साल से अधिक समय से सभी जरूरतमंद छात्रों तक नहीं पहुंच पा रहा। डॉ अंबेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना का बजट घटाया जा रहा है, जो सरकार की गलत मानसिकता को दिखाता है। स्कूलों में स्टेशनरी के 1500 रुपए सरकार द्वारा इस वर्ष नहीं भेजे गए हैं। प्रदेश में मैला ढोने वाले माता-पिता की संतान के लिए जो स्पेशल ग्रांट दी जाती थी, वह भी काफी समय से बंद है। श्रेष्ठ योजना की आड़ में हरियाणा सरकार शिक्षा के निजीकरण को बढ़ावा दे रही है।

आप से विनती है कि इस तरह की योजना पर पाबंदी लगाई जाए तथा सरकारी स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता को ओर अधिक बढ़ाने पर जोर दिया जाए। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप व डॉ अंबेडकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना में हो रही अनियमितताओं पर रोक लगाकर जरूरतमंद छात्रों तक उनकी छात्रवृत्ति पहुंचाई जाए। ताकि हरियाणा के शिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जाति के छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति मिलने से प्रशासन द्वारा छात्रों का मानसिक शोषण करना बंद हो सके।

हरियाणा राज्य के शिक्षण संस्थानों में Scholarship Cell, SC/ST cell, SC/ST Liaison Nodal Officer सही से काम नही कर रही/रहे है। हरियाणा राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों में SC/ST व OBC वर्ग के लिए केंद्र सरकार व UGC द्वारा जारी Remedial Measures Scheme सभी संस्थानों में लागू हो। उनकी यह भी मांग थी कि छात्रवृत्ति न आने पर छात्र को जबरन अंतिम परीक्षा में बैठने से न रोका जाए। हरियाणा राज्य के SC/OBC वर्गों के छात्रों के लिए अन्य राज्यों कि तर्ज पर Foreign Scholarship (Abroad Fellowship) शुरू कि जाए।

ज्ञापन देते हुए सभी कार्यकर्ताओं ने कहा कि हरियाणा प्रदेश के छात्र-छात्राएं प्रत्येक वर्ष छात्रवृत्ति समय पर ना मिलने के कारण पढ़ाई छोड़ देते हैं, या फिर वह पेपर नहीं दे पाते, जिससे उनके रिजल्ट खराब आते हैं। महामहिम राज्यपाल से निवेदन है कि इन छात्र-छात्राओं की तरफ विशेष ध्यान देते हुए इनके सहयोग के लिए कृप्या उचित कदम उठाए जाए।