Health/Alive News: मेवो को देखकर तो हर किसी का मन ललचा जाता है। लेकिन कई लोग इसे नही खा पाते हैं।क्योकि इनके बारे में कई गलत धारणांए प्रचतलित हैं। परंतु सच तो यह है कि मेवा वजन कम करने के साथ साथ कैंसर , डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाता है। लेकिन अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो यह हमारे लिए नुकसानदेही साबित हो सकता है।
कैसे बनते हैं मेवे
मेवे दरअसल फल ही होते हैं। धूप मेंया सुखाने की विभिन्न प्रक्रियाओं के द्वारा इनमें मौजूद पानी को सुखा दिया जाता है। सुखाने की प्रक्रिया के दौरान इनका आकार छोटा हो जाता है, इनमेंशुगर और कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है। मेवे विभिन्न विटामिन्स, मिनरल्स, फायबर और एंटी एं -ऑक्सीडेंट्स सेभरपूर होतेहैं। इन्हेंफलों की तुलना में काफी लंबे समय तक स्टोर कर के रखा जा सकता है। यही वजह हैकि इन्हें ऊर्जा से भरपूर ऐसा स्नैक्स माना जाता है, जिसेआप कहीं भी, कभी भी खा सकती हैं। सर्दियों के मौसम में तापमान में तेजी से गिरावट आ जाती है, ऐसे में शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रख ने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा की जरूरत होती है। मेवे और भी कई तरीकों से फायदेमंद साबित होते हैं ।
नहीं बढ़ेगा वजन
चूंकि मेवों में कैलोरी अधिक मात्रा मेंहोती है, तो कई लोग सोचते हैंकि इनके सेवन से वजन बढ़ जाएगा। पर, इनमें कैलोरी इतनी ज्यादा भी नहीं होती बल्कि इन्हें खाने से अधिक देर तक पेट भरे होने का अहसास होता हैऔर हम ओवर र्ईंटग सेबच जातेहैं। मेवों मेंफायबर भी काफी मात्रा मेंहोतेहैं, जिससेपाचन तंत्र दुरुस्त रहता हैऔर वजनकम होता है।
ऊर्जा में नहीं होगी कमी
मेवे प्रोटीन और एंटी एं ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। इनके सेवन से शरीर मेंऊर्जा की कमी नहीं होती हैऔर मानसिक स्वास्थ्य मेंसुधार होता है। अगर आप हर सुबह नाश्तेमें एक छोटी कटोरी में 4-5 तरह के मेवेखाएं तो दिन भर ऊर्जावान बनी रहेंगी।
(र्मैंरगो एशिया हॉस्पिटल मेंआहार विभागाध्यक्ष डॉ. निशांत तंवर सेबातचीत पर आधारित)
इन बातों का ध्यान रखें
- जिन्हें डायबिटीज है वो किशमिश, अंजीर, खजूर आदि को कम मात्रा में खाएं क्योंकि इनमें शुगर अधिक होता है।
- मेवों को कभी भी अधिक तापमान पर ना भूनें। ऐसा करने से उनमें पाई जाने वाली पॉली सैचुरेटेड फैट्स खत्म हो जाती हैं।
- अगर आप मेवों को लंबे समय तक स्टोर करना चाहती हैंतो इन्हें ठंडे स्थानों जैसे फ्रिज में रखें।
- नार्वेकी ओसलो यूनिवर्सिटी में हुए अध्ययन के अनुसार आप सब्जी की ग्रेवी में बादाम को पीसकर डाल सकती हैं। ये भोजन का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम करती है।