Faridabad/Alive News: 35वां इंटरनेशनल सूरजकुंड मेला इस बार 19 मार्च से 4 अप्रैल तक आयोजित जाएगा। मेले को लेकर सुरक्षा व्यवस्था, पार्किंग, रैजिस्टैंस, बैरिकेडिंग सहित सभी तैयारियां पूरी तरह से सुनिश्चित करने के लिए जिला उपायुक्त ने अधिकारियों को आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर मेले में पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे इसके लिए पूरा मेला परिसर सीसीटीवी कैमरा वह ड्रोन की निगरानी में रहेगा।
मेले सुरक्षा को लेकर इंतजामों में किसी भी तरह की कोई कमी न रखें। विभिन्न व्यवस्थाओं के मद्देनजर पूरे मेला परिसर को 8 भागों में विभक्त किया गया है और प्रत्येक सेक्टर में एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की जा रही है। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने मीटिंग में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यह मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की पहचान है और विश्व का सबसे बड़ा हैंडीक्राफ्ट का मेला है। ऐसे में सभी विभागों को तालमेल के साथ कार्य करें।
मेले में पांच एंट्री गेट रहेंगे। आम जनता के लिए तीन गेट रहेंगे। एक गेट वीआईपी व एक गेट मीडिया इंट्री के लिए रहेगा। प्रत्येक गेट पर पर्यटकों का टेंपरेचर करने व सुरक्षा जांच की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक टिकट पर बार कोडिंग की व्यवस्था होगी। मेले में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर सिंह मान को जिला प्रशासन की तरफ से नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। वहीं पुलिस की तरफ से डीसीपी मुख्यालय नितिश अग्रवाल को पुलिस की तरफ से नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
सुरक्षा को लेकर पूरा मेला परिसर, पार्किंग स्थल व आस-पास की जगहें सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेंगी। मेला परिसर में एक अस्थाई पुलिस लाईन भी बनाई जाएगी। जहां प्रतिदिन 2500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहेगी। मेला सुबह 12:00 बजे शुरू हो कर रात 11:30 बजे तक रहेगा। रात को 9:00 बजे के बाद एंट्री बंद कर दी जाएगी। छोटी चौपाल व बड़ी चौपाल पर लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहेंगे। यहां देश व विदेश के कलाकारों के अलावा स्कूली बच्चे भी अपनी प्रस्तुती देंगी। बच्चों के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी।
मेला स्थल पर स्वास्थ्य विभाग की दो अतिरिक्त डिस्पेंसरी भी बनाई जाएंगी और आठ एंबुलेंस लगातार यहां ड्यूटी पर रहेंगी। मेला स्थल पर कोविड-19 टीकाकरण कैंप भी लगाया जाएगा। इसके साथ ही मोबाईल एटीएम व विदेशी मुद्रा बदलने की सुविधा भी होगी। मेला स्थल पर अस्थाई डाकघर भी स्थापित किया जाएगा। मेला क्षेत्र की ड्रोन से मैपिंग करवाई जा रही है और इस स्थल को 18 अलग-अलग सेक्टरों में विभाजित किया गया। मेला में प्रतिदिन कितने पर्यटक आएंगे, पार्किंग में कितने वाहन हैं, टिकट बुकिंग व अन्य व्यवस्थाओं के लिए एक ऐप भी विकसित किया जा रहा है।
इस बार मेले में पिछली बार की तरह 1100 स्टाल ही रखे गए हैं। मेले का स्टेट पार्टनर जम्मू एवं कश्मीर रहेगा और कंट्री पार्टनर उजबेकिस्तान को रखा गया है। उन्होंने कहा कि मेले में इस बार 35 देश हिस्सा लेंगे और 30 देशों की तरफ से अपने आने की अनुमति भी भेज दी गई हैं। सांस्कृतिक मंच के लिए भी अब तक 17 देशों के कलाकारों ने अपनी सहमति भेजी है। उन्होंने कहा कि मेले देश के सभी राज्यों की भी कला एवं संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। मेले में देशभर के हस्तशिल्प अपनी कला को प्रदर्शित करने के लिए पहुंच रहे हैं।
मेले को लेकर बेहतरीन व्यवस्था की गई है। इस बार पेटीएम के सहयोग से टिकटों की बुकिंग की जाएगी। पर्यटकों को कोई असुविधा न हो इसके लिए पार्किंग पास के साथ ही मेले की टिकट की बुकिंग की जाएगी। मेले की टिकट आम दिनों में 120 रुपये और शनिवार व रविवार को 180 रुपये रखी गई है। राजकीय स्कूल के बच्चों के लिए मेले में नि:शुल्क इंट्री रहेगी। इसके साथ ही दिव्यांगों को 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। समीक्षा बैठक में डीसीपी मुख्यालय नितिश अग्रवाल, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत चहल, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, सीटीएम नसीब कुमार, मेला अधिकारी राजेश जून सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।