फरीदाबाद : मैट्रो अस्पताल में 3 साल के बच्चे के पेट से 31 चुम्बक निकालने का सफल आप्रेशन किया गया। प्रिंस सुपुत्र टीटू निवासी मथुरा पिछले एक वर्ष से पेट दर्द से परेशान था। दर्द के दौरान अस्पताल में दाखिल हुए प्रिंस की जांच करने से पता चला कि उसके पेट में कोई धातु की वस्तु फंसी हुई है।
मैट्रो अस्पताल की सर्जरी टीम डॉ.बी.डी. पाठक, डॉ. विक्रान्त चौहान, डॉ. अजय वर्मा एवं अन्य के द्वारा बच्चे के आप्रेशन करने के दौरान पता चला के बच्चे की आंत में जगह-जगह चुम्बकीय धातु है और जिसकी वजह से उसकी आंतें आपस में चिपक गई है और जगह-जगह से गल गई है। आप्रेशन के दौरान 29 चुम्बक 1 कलाई वाली घड़ी का बैटरी सैल और 1 सिक्का सफलतापूर्वक निकाला गया। मरीज की करीब एक फुट गली हुई आंत को भी काट कर निकाल दिया गया।
अस्पताल परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान वरिष्ठ सर्जन डॉ. बी.डी. पाठक ने बताया कि इस आप्रेशन में लगभग 3 घंटे का समय लगा। उन्होंने बताया कि इस बच्चे के घर पर ज्वैलरी बॉक्स बनाने का कार्य होता है जिसमें कि चुम्बक का प्रयोग होता है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह बच्चा कई महीनों से धीरे-धीरे चुम्बक और अन्य चीजें खाता रहा होगा जोकि आपस में चिपकती चली गई और बीच की आंत को भी गला दिया।
इतने छोटे बच्चे के पेट से जटिल आप्रेशन कर इतनी सारी चुम्बक सफलतापूर्वक निकालने का एक अद्भुत आपरेशन पहली बार किया गया। उन्होंने बताया कि यह विश्व का एक पहला आप्रेशन है जिसमें कि 29 चुम्बक सफलता पूर्वक निकाली गई। मैट्रो अस्पताल के वरिष्ठ कार्डियोलोजिस्ट एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ.एस.एस.बंसल ने इस कार्य के लिए डॉ.बी.डी.पाठक और उनकी सर्जरी टीम को बधाई दी और जन-जागरण को सलाह दी कि बच्चों का ध्यान रखे और उन्हें ऐसी चीजों से दूर रखें।