Kurukshetra/Alive News : झांसा गैंगरेप मामले में बुधवार को 12वीं कक्षा के छात्र का शव न लेने को लेकर परिजन अड़े रहे। उनकी मांग थी कि पहले हिरासत में लिए लड़कों को छोड़ा जाए, तब वे शव लेंगे। रात को 10.30 बजे प्रशासन ने फोन पर राज्य मंत्री कृष्ण बेदी से बात कराई। मंत्री ने मांग मानने का भेरासा दिया, तभी संस्कार हो पाया।
बुधवार दोपहर को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा, लेकिन ग्रामीणों ने उसे एंबुलेंस से उतारा ही नहीं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि छात्र के परिवार वाले भी पीड़ित हैं, लेकिन उन्हें आरोपी मानकर पुलिस प्रताड़ित करती रही। उल्लेखनीय है कि 9 जनवरी को 10वीं कक्षा की छात्रा के साथ यह छात्र भी लापता हुआ था। 13 जनवरी को छात्रा क्षत-विक्षत शव जींद में नहर की पटरी से मिला था। उसके दरिंदगी हुई थी। 16 जनवरी रात को बटेड़ा हेड से इस छात्र का शव नहर से बरामद हुआ था। ग्रामीणों का कहना है कि हत्यारा कोई और है और पुलिस बिना वजह नाबालिग बच्चों को परेशान कर रही है।
हत्यारे बनाने का प्रयास
आरोप लगाया कि उन्हें मामले में अभी तक जबरदस्ती पुलिस दोषी बना रही थी। जबकि उनके बेटे का भी मर्डर हुआ है। वहीं पुलिस ने छोटे नाबालिग भाई व उसके पिता सहित छह अन्य नाबालिग युवकों को हिरासत में लिया है। एसपी अभिषेक गर्ग से मिल मामले में मृतक के छोटे भाई, पिता सहित गांव व आस पड़ोस से उठाए गए सभी नाबालिग युवकों को छोड़ने की मांग की।
युवकों को छोड़ने नहीं उठेंगे धरने से
वहीं, मृतक नाबालिग युवक के परिजनों समेत पुलिस द्वारा राउंड अप किए अन्य नाबालिग युवकों को छोड़ने की मांग की। मृतक युवक के परिजनों समेत अन्य ग्रामीण एसपी कार्यालय के सामने ही धरने पर डट गए। उन्होंने कहा कि जब तक उनके बच्चे छोड़ने का आश्वासन नहीं मिलता। तब तक धरने से नहीं उठेंगे। इसी बीच दोपहर एडीजीपी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एक घंटे तक एसपी निवास में रिपोर्ट ली। दानों ने निष्पक्ष जांच की बात कही है।
कई दिन से नहीं जले चूल्हे
मृत छात्र गुलशन की दादी शमशेरो देवी व पुलिस द्वारा राउंडअप करे छह अन्य युवकों के परिजनों ने कहा कि वे लोग शुरू से गुलशन के साथ अनहोनी की आशंका जता रहे थे, लेकिन पुलिस ने उल्टे उसके पिता व छोटे भाई को हिरासत में ले लिया। रोजाना उनके घरों पर रातभर रेड पुलिस कर रही है। डर के साये में घरों पर ताले तक लटक गए हैं। हफ्ते से चूल्हे तक नहीं जले। मामले में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि दोनों बच्चों को इंसाफ मिल सके।
6 युवकों को छोड़ने की मांग पर अड़ीं महिलाएं
देर शाम पुलिस गुलशन का शव लेकर झांसा पुलिस पहुंची। पता चलते ही सैकड़ों लोग जमा हो गए। पुलिस ने शव का संस्कार कराना चाहा, लेकिन गांव की महिलाओं ने पुलिस का रास्ता रोक लिया। कहा कि पहले हिरासत में लिए गए उनके 6 युवकों को छोड़ा जाए। यह देख पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। थाना प्रभारी दलीप कुमार आश्वासन देते रहे कि थोड़ी देर में सभी युवक गांव पहुंच जाएंगे।
लोगों ने श्मशान घाट पर लगा दिया ताला
ग्रामीणों ने छात्र का शव एंबुलेंस से उतरने ही नहीं दिया। श्मशानघाट पर भी ताला लगा दिया। विधायक डॉ. पवन सैनी भी पहुंचे। डॉ. सैनी, ड्यूटी मजिस्ट्रेट बीडीपीओ राजबीर सिंह, डीएसपी पिहोवा धीरज कुमार, डीएसपी गुरमेल सिंह, सुरेंद्र माजरी, समाजसेवी पुनीत मल, राजपाल, एसएचओ दलीप सिंह, एसएचओ इस्माइलाबाद दिनेश चौहान ग्रामीणों को संस्कार के लिए मनाने की गुहार लगाते रहे।