November 7, 2024

डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा के पीएम को कहा नाजायज

कनाडा के पीएम को कहा नाजायज

Delhi/Alive News: भारत और कनाडा के रिश्ते इस समय अपने सबसे खराब दौर में हैं. खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले को लेकर दोनों देशों के बीच खटास पैदा हो गई है और कूटनीतिक विवाद गहरा गया है. इस विवाद में अमेरिका भी कूद पड़ा था. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन का कहना था कि भारत सरकार कनाडा की धरती पर खालिस्तान समर्थकों की हत्या मामले की जांच में सहयोग नहीं कर रही है.

अमेरिका के इस रुख से सवाल पैदा हो गया है कि क्या कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो बुश प्रशासन की आंखों में धूल झोंक रहे हैं. अब सवाल उठता है कि ट्रूडो ऐसा खेल क्यों खेल रहे हैं? वह जो बाइडन की आंखों में धूल क्यों झोंक रहे हैं? दूसरी तरफ दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए और पीएम नरेंद्र मोदी के अच्छे मित्र डोनाल्ड ट्रंप की कनाडाई पीएम ट्रूडो को लेकर राय बिल्कुल अलग है. ट्रंप जस्टिन ट्रूडो को फिदेल कास्त्रों की नाजायज औलाद बता चुके हैं.

सालों से चर्चा में है अफवाह
वैसे जस्टिन ट्रूडो के बारे में यह अफवाह कि वह क्यूबा के पूर्व नेता फिदेल कास्त्रो के बेटे हैं, सालों से चर्चा में है. हालांकि इसे कई बार खारिज किया जा चुका है. यह अफवाह जस्टिन की मां, मार्गरेट ट्रूडो, के 1970 के दशक में हाई-प्रोफाइल सामाजिक जीवन के बारे में अटकलों से पैदा हुई है. जिससे यह बेबुनियाद दावा किया गया कि उनका कास्त्रो के साथ संबंध था.

निराधार है यह अफवाह
इस अफवाह का आधार है, जस्टिन ट्रूडो और फिदेल कास्त्रो के बीच कथित समानताएं और मार्गरेट ट्रूडो के कास्त्रो के साथ रिश्तों के बारे में निराधार दावे. हालांकि अफवाह को बल देने वाले कुछ अपुष्ट तथ्यों और तस्वीरों का हवाला देते हैं. हालांकि, जब उनकी बातों को तर्क की कसौटी पर कसा जाता है तो वो ठहर नहीं पाती हैं. जस्टिन ट्रूडो का जन्म 25 दिसंबर 1971 को हुआ था. यह समय उस समय कनाडा के प्रधानमंत्री रहे पियरे ट्रूडो और मार्गरेट की क्यूबा की आधिकारिक यात्रा से चार साल पहले का है. क्योंकि उनकी कास्त्रो से पहली बार मुलाकात उसी यात्रा के दौरान हुई थी.

जांचकर्ताओं ने किया खारिज
मार्गरेट ट्रूडो उस समय सामाजिक जीवन में काफी सक्रिय थीं. उनका रोलिंग स्टोन्स जैसी मशहूर हस्तियों के साथ भी मेलजोल था. इसीलिए इस अफवाह को साजिश के तहत बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है. इन दावों के बावजूद, इस अफवाह का समर्थन करने के लिए कोई विश्वसनीय सबूत नहीं है. इसके अलावा, कनाडाई सरकार और कई तथ्य-जांचकर्ताओं ने इस अफवाह को यह बताते हुए कि जस्टिन ट्रूडो वास्तव में पियरे ट्रूडो के जैविक पुत्र हैं स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है.

ट्रंप ने किताब में फिर हवा दी
हाल ही में, डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी किताब ‘सेव अमेरिका’ में इस अफवाह को फिर से हवा दी है. उन्होंने बिना किसी सबूत के यह कह दिया कि “कई लोग कहते हैं” कि जस्टिन ट्रूडो कास्त्रो के बेटे हैं. ट्रंप की टिप्पणियों की कनाडा के प्रमुख व्यक्तियों ने निंदा की है. इन लोगों मे पूर्व सांसद लॉयड एक्सवर्थी और एलन रॉक भी शामिल हैं. उन्होंने ट्रंप से अपनी किताब से इस बयान को हटाने की मांग की है.

किताब से इस अंश को हटाने की मांग
पियरे ट्रूडो की सरकार में विदेश मंत्री रहे एक्सवर्थी ने कहा कि इस तरह के निराधार आरोप राजनीतिक विरोधियों को कमजोर करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा हैं. उन्होंने ट्रंप की आलोचना की कि वह गलत जानकारी फैला रहे हैं, जो कनाडा के राजनीतिक परिदृश्य को नुकसान पहुंचा सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि वह दूसरे देश के मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं. एक्सवर्थी और रॉक दोनों ने माफी मांगने और ट्रंप की किताब से इस अंश को हटाने की मांग की. इस अफवाह के खारिज होने के बावजूद, यह साजिश फिर भी चलती रहती है. मुख्य रूप से हाशिए के समूहों और सोशल मीडिया पर, बिना किसी तथ्यात्मक आधार के.