October 3, 2024

एक ऐसी बीमरी जिसे देख डॉक्टर रह गए दंग

यूपी के शाहजहांपुर में रहस्यमयी बीमारी से एक ही परिवार के आठ सदस्य बीमार हो गए हैं। डॉक्टर भी इस बीमारी का पता नहीं लगा पा रहे हैं. इस अजीबोगरीब बीमारी के मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है। बीमार मरीजों की मानें तो अब धीरे धीरे गांव वालों ने भी उनके परिवार से दूरी बना ली है। इस बीमारी से एक ही परिवार के आठ लोगों का शरीर धीरे धीरे काला पड़ने लगा है और पूरे शरीर में छोटे छोटे दाने निकल रहे हैं। इस अनसुनी बीमारी के मरीजों ने गांव से लेकर दूसरे जनपदों तक इलाज के लिए दौड़ लगाई है, लेकिन कोई भी डॉक्टर उनकी इस बीमारी का नाम तक नहीं बता पा रहारहस्यमई बीमारी के लगभग एक दर्जन मरीज मिलने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

जिले के सीएमओ ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को मरीजों के गांव में भेजकर कैंप लगाने के आदेश जारी किए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस बीमारी से पीड़ित सभी मरीजों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है, जहां स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम इस रहस्यमयी बीमारी का पता लगाने में जुटी हुई है। यह मामला पुवायां थाना क्षेत्र के बड़ा गांव का है। यहां एक परिवार रहस्यमयी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। इस बीमारी के चलते परिवार के सभी सदस्यों की त्वचा का रंग काला पड़ता जा रहा है, साथ ही शरीर पर छोटे-छोटे दाने भी निकल रहे हैं। इस वजह से परिवार में भय का माहौल है। इस परिवार में अवधेश नामक युवक की हालत बहुत ही गंभीर है। परिवार के बाकी के सात सदस्यों में भी इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं।

इस रहस्यमयी बीमारी से पीड़ित इस परिवार ने पहले गांव में ही इलाज कराया, जिसके बाद फायदा ना होने पर शहर के प्राइवेट डॉक्टरों को भी दिखाया, लेकिन शरीर का कालापन बढ़ता ही गया। इस बीमारी के संक्रमण से परिवार के सभी 8 लोग बीमार हो गए तब परिवार ने गैर जनपद बाराबंकी जाकर भी इस बीमारी का इलाज कराया, लेकिन पीड़ित मरीजों का कहना है कि अब तक कोई भी डॉक्टर उनकी बीमारी का पता तक नहीं लगा पाया है। इस रहस्यमयी बीमारी से पीड़ित अवधेश नाम के मरीज ने बताया कि, इस बीमारी के चलते उनके गांव के लोगों ने भी उनके परिवार से धीरे-धीरे दूरी बनानी शुरू कर दी है

सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने सभी बीमार लोगों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है, जहां न्यूरोलॉजिकल डिजीज पाए जाने पर विभाग के विशेषज्ञों से इस बीमारी की जांच कराई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने एक जांच टीम बनाकर गांव में कैंप के लिए रवाना कर दिया है।