December 28, 2024

सर्दियों में पैरों के दर्द को ना करें नज़रअंदाज

पैरों में दर्द होना एक आम समस्या है जो कई वजहों से हो सकता है लेकिन अगर किसी को लगातार पैरों में दर्द हो तो उसके पीछे गंभीर बीमारी भी हो सकती है इसलिए इस दर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यहां हम आपको पैरों में दर्द की छह वजहें बता रहे हैं। अगर आपको भी लगातार तेज दर्द हो रहा है तो हो सकता है कि आप भी इनमें किसी एक बीमारी का शिकार हो रहे हैं पैरों में दर्द होना एक बेहद आम समस्या है।

यह थकान, कमजोरी, बहुत अधिक शारीरिक श्रम, नसों, मांसपेशियों, जोड़ों में खिंचाव-दबाव या किसी बीमारी की वजह से हो सकता है। अगर आपको पैरों में लगातार दर्द हो रहा है और आपको इसके पीछे की वजह पता नहीं है तो आपके लिए इस पर ध्यान देना जरूरी है। वास्तव में पैरों में दर्द कभी भी किसी को भी हो सकता है। यहां हम आपको पैरों में दर्द की छह बीमारियों के बारे में बता रहे हैं जो अकसर लगातार होने वाले पैरों के दर्द के पीछे होती हैं। अगर आपको भी पैरों का दर्द इनमें एक बीमारी की वजह से भी होता है तो आपको इस पर तुरंत गंभीर हो जाने की जरूरत है।

आर्थराइटिस गठिया यानी आर्थराइटिस में हड्डियों के जोड़ों में भयंकर दर्द होता है। यह मुख्य रूप से शरीर के साइनोवियल जॉइंट की सूजन है जिसके कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और उनमें टूट-फूट शुरू हो जाती है। साथ ही जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है। यह एक ऐसा शब्द है जिसका उपयोग उन बीमारियों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है जो आपकी हड्डियों या जोड़ों को प्रभावित करती हैं। इससे आपके जोड़ों और उसके आसपास के हिस्से में दर्द और सूजन हो सकती है। यहां तक कि ये आपके लिए चलने-फिरने जैसे रोजमर्रा के कामों को करना भी मुश्किल कर देती है।इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, हालांकि अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव जैसे व्यायाम और स्वस्थ आहार खाने से इससे आपको मदद मिल सकती है।

इलेक्ट्रोलाइट्स का लो लेवल
इलेक्ट्रोलाइट आपके शरीर को स्वस्थ रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे शरीर के लिए जरूरी प्राकृतिक तत्व होते हैं। जो दिल से लेकर दिमाग और किडनी तक को सुरक्षित रखने का काम करता है। इनकी मदद से ही शरीर के मुख्य अंग अपना काम ठीक तरह से कर पाते हैं।शरीर में इनका असंतुलन गंभीर बीमारियों को दावत देता है। इलेक्ट्रोलाइट्स के असंतुलन से पैरों में दर्द और मांसपेशियों में ऐंठन की समस्याएं भी होती हैं। इसके अलावा दस्त, कब्ज, भ्रम, सुस्ती, मतली और सुन्नता जैसी समस्याएं शामिल हैं। इसके अलावा इस कंडीशन में व्यक्ति की कई बार हार्ट बीट अनियमित और तेज होने लगती है।

सायटिका
सायटिका नस आपकी पीठ के निचले हिस्से से निकलती है और आपके नितंबों और दोनों पैरों तक जाती है। इसमें होने वाले दर्द को ही सायटिका कहते हैं। जब ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी किसी बीमारी की वजह से पैदा हुई बोन स्पुर (हड्डियों के किनारे विकसित होने वाली हड्डी) आपके साइटिका तंत्रिका पर दबाव डालती है तब आपको दर्द होता है। पैरों में दर्द, झुनझुनी और सुन्नता इसके सबसे आम लक्षण हैं।
पेरिफेरल न्यूरोपैथी
पेरिफेरल न्यूरोपैथी एक कंडीशन है जो दिमाग और रीढ़ की हड्डी के बाहर मौजूद नसों में नुकसान पहुंचने की वजह से होती है। पेरिफेरल (परिधीय) तंत्रिकाओं का उपयोग मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को संदेश भेजने और ले जाने के लिए किया जाता है। मधुमेह सहित परिधीय न्यूरोपैथी के कई कारण हैं। यह पैर की मांसपेशियों को प्रभावित कर सकता है और उन्हें सुन्न या कमजोर बना सकता है।