Alive News/ Faridabad, 21 March: लोकतंत्र सेनानी संघ के तत्वावधान एवं सिटी प्रेस क्लब के सहयोग से लोकतंत्र बहाली दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने आपातकाल की यादों को साझा किया व आगे से गलतियां न दोहराने की प्रेरणा दी।
संघ के जिला संयोजक रविभूषण खत्री ने बताया कि 25-26 जून 1975 में देश में आपातकाल लगा दिया गया और इसकी मार सबसे ज्यादा मीडिया पर पड़ी। आप न अपनी बात कह सकते थे और न ही बता सकते थे। अखबारों पर सेंसर बैठा दिया गया और हर खबर की इजाजत लेनी पड़ती थी। जिला फरीदाबाद से भी करीब 22 लोगों को सरकार ने जेल में डाल दिया। पूरे देश में एक लाख से अधिक लोगों को जेलों में ठूंस दिया गया। आज हम उन दिनों को याद करते हैं तो रौंगटे खड़े हो जाते हैं। सत्याग्रही संजय अरोड़ा ने कहा कि यह वास्तव में भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन था, जिसके परिणाम से जनता पार्टी का उदय हुआ। ऐसे ही अन्ना आंदोलन से आप पार्टी का उदय हुआ। लेकिन भ्रष्टाचार का मुद्दा वहीं खड़ा है। हमने साइक्लोस्टाइल पर अखबार बनाकर लोगों को सत्य बताया, आज इसी सत्य को फिर से जिंदा करने की जरूरत है। सत्याग्रही डा अरविंद सूद ने बताया कि जेलों में नाजी जेलों जैसा माहौल था। चाबुकों से पीटा जाता था और उन्हें पेशाब पीने के लिए मजबूर किया जाता था। अंगुलियों में सुईयां चुभाई जाती थीं। केवल हमारे साथियों के पता जानने के लिए। जैसे हम कोई आतंकवादी हों।
वहीं सत्याग्रही सुरेंद्र कालरा ने उस समय के मंजर को याद करने से ही रौंगटे खड़े होने की बात बताई। उन्होंने कहा कि आज लोगों को सजगता से रहने की जरूरत है कि कहीं वो दिन न आ जाएं। इसके लिए हमें अपनी गलतियों को दोहराना छोडऩा हेागा। इस मौके पर मीडियाकर्मी एवं पूर्व उप महापौर रेणु भाटिया ने अपने अनुभव साझा करने के लिए आपातकाल के सत्याग्रहियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हमें आपने जो हिंदुस्तान दिया है, हम उसकी रक्षा मरते दम तक करेंगे और आपके ऋणी रहेंगे।