Palwal/Alive News : जिला मुख्यालय पर स्थापित की गई डिजिटल लाइब्रेरी की सफलता के उपरांत अब उपमण्डल स्तर तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में भी डिजिटल लाईबे्ररी स्थापित की जाएंगी। उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने उक्त जानकारी देेते हुए बताया कि डिजिटल इंडिया की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा डिजिटल लाइब्रेरी कार्यक्रम को मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी ने पायलट के तौर पर लिया है। मुख्यमंत्री के साथ गत दिनों हुई बैठक में मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी गौरव कुमार ने पलवल की डिजिटल लाइब्रेरी का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने पलवल में स्थापित की गई डिजिटल लाइब्रेरी को एक रचनात्मक कदम बताया है और इस कार्यक्रम को और अधिक प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उल्लेखनीय है कि गत 05 सितम्बर को शिक्षक दिवस के शुभावसर पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने पलवल में पुराना न्यायिक परिसर स्थित जिला की प्रथम ’ डॉ. राधाकृष्णन डिजिटल लाइब्रेरी, पलवल ‘का उदघाटन किया था। गत दिनों मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने भी पलवल की डिजिटल का लाइब्रेरी का दौरा किया और डिजिटल इंडिया की दिशा में जिला प्रशासन के इस प्रयास की प्रशंसा की। डॉ. राधाकृष्णन डिजिटल लाइब्रेरी,पलवल को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र, पलवल द्वारा डिजाइन किया गया है। डिजिटल लाइब्रेरी की संचालन जिला रैडक्रास सोसायटी व जिला सूचना विज्ञान केन्द्र,पलवल द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
जिला सूचना विज्ञान अधिकारी डी.पी.कुलश्रेष्ठ ने बताया कि इस डिजिटल लाइब्रेरी में कुल 10,000 ई-बुक ऑफ लाईन भी उपलब्ध करवाई गई हैं। डिजिटल लाइब्रेरी को देश की सभी डिजिटल लाइब्रेरी से लिंक किया गया है। डिजिटल लाइब्रेरी में उच्च गति क्षमतायुक्त इन्टरनेट सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। डिजिटल लाइब्रेरी में कुल 12 कम्प्यूटरों की सुविधा उपलब्ध है। जिला रैडक्रास सोसायटी के सचिव बिजेन्द्र सौरोत ने बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी का बेहतर रूप से रखरखाव किया जा रहा है। प्रारंभ में डिजिटल लाइब्रेरी का संचालन प्रात: 10:00 बजे से सांयकाल 05:00 बजे तक किया जा रहा है। डिजिटल लाइब्रेरी में ई-बुकस के अतिरिक्त 200 से अधिक मुद्रित पुस्तकें उपलब्ध करवाई गई हैं। विवरणानुसार उपलब्ध करवाई गई मुद्रित पुस्तकों में साहित्य, कला एवं संस्कृति,विज्ञान,योग-स्वास्थ्य के अतिरिक्त प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों व अन्य विषयों से संबंधित पुस्तकें शामिल हैं।