November 16, 2024

दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना हुआ मुश्किल, ग्रेप का चौथा चरण लागू, नोएडा में स्कूल बंद

New Delhi/Alive News: ग्रैप नियमों की सही निगरानी और पालना न होने के कारण दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण को कम करने के तमाम जतन फेल हो गए हैं। हालात बेकाबू हो चले हैं। वहीं अब ग्रेप का चौथा चरण लागू हो गया है। घुटन भरे माहौल के बीच नोएडा और ग्रेटर नोएडा में पहली से आठवीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली में सांसों का संकट गहराता जा रहा है। 

नही थम रही पराली जलाने की घटनाएं दिल्ली-एनसीआर का दम घुटने लगा है। हालात की गंभीरता देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण को लागू कर दिया गया है। इसके तहत दिल्ली और आसपास के जिलों में बीएस-6 को छोड़कर अन्य डीजल वाहनों पर रोक लगाई गई है। वहीं, गौतमबुद्धनगर में पहली से आठवीं कक्षा तक के स्कूल 8 नवंबर तक बंद कर दिए गए हैं। स्कूल चाहें तो इन बच्चों की ऑनलाइन क्लास ले सकते हैं।

दिल्ली बृहस्पतिवार को चरखी दादरी के बाद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर श्रेणी में 450 व चरखी दादरी का 460 रिकॉर्ड किया गया है। इससे पहले एक नवंबर को पहली बार दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंची थी। तब दिल्ली 424 एक्यूआई के साथ देशभर में सबसे प्रदूषित शहर रहा था। पराली के दमघोंटू धुएं से लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ महसूस की। वायु मानक एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि पांच नवंबर तक हवा की सेहत सुधरने की संभावना नहीं है। आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ बनने और हवा की रफ्तार बढ़ने से राहत की उम्मीद है।

दिल्ली में ये पाबंदियां लागू
दिल्ली में इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाहनों को छोड़कर ट्रकों के प्रवेश पर रोक, हाईवे, फ्लाईओवर, पावर ट्रांसमिशन, ओवरब्रिज और पाइपलाइन के निर्माण बंद जरूरी सामान के निर्माण करने के अलावा सभी उद्योग बंद पर, जरूरी वस्तुएं ढोने वाले वाहनों को पाबंदी से छूट

नोएडा में पाबंदियां
ग्रैप की पाबंदियों के अलावा हॉट मिक्स प्लांट, आरएमसी प्लांट और स्टोन क्रशर का संचालन पूरी तरह बंद, 500 मीटर से बड़ी साइटों को डस्ट एप पर पंजीकृत कराने का निर्देश, 5,000 वर्गमीटर से बड़े निर्माण स्थलों पर एंटी स्मॉग गन अनिवार्य।

वर्क फ्रॉम होम भी संभव
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के आदेश में कहा गया है कि सरकार ऑड-ईवन की व्यवस्था को लागू कर सकती है। केंद्र व राज्य सरकारें 50 फीसदी क्षमता के साथ कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम करने का निर्णय भी ले सकती हैं। इसके अलावा, एनसीआर के जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद करने का फैसला भी संभव है।

पंजाब में सबसे अधिक जली पराली
बीते 24 घंटे में पंजाब में सबसे अधिक 2666 जगहों पर पराली जलाने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं। वहीं, हरियाणा में 128, उत्तर प्रदेश में 40, दिल्ली में एक, मध्यप्रदेश में 323 और राजस्थान में 54 जगहों पर पराली जली है। इससे एक दिन पहले पंजाब में 3634, हरियाणा में 166, उत्तर प्रदेश में 25, दिल्ली में शून्य, मध्यप्रदेश में 284 और राजस्थान में 63 जगहों पर पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड हुई

ये पाबंदी संभव
प्रदूषण को देखते हुए दूसरे राज्यों से दिल्ली में प्रवेश करने वाली बसों पर और शिकंजा कसेगा। वायु प्रदूषण के मौजूदा ग्राफ को देखते हुए दूसरे राज्यों से से आने वाली आठ साल से अधिक पुरानी डीजल बसों को दिल्ली में प्रवेश पर पाबंदी लग सकती है। दिल्ली में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश से रोजाना 3000-4000 बसें यात्रियों को सेवाएं देती हैं। इनमें से कई बसें पुरानी भी हैं। इनके दिल्ली में दाखिल होने पर प्रदूषण का खतरा और ना बढ़े इसे देखते हुए सख्ती बढ़ाने की कवायद शुरू हो चुकी है।

ग्रैप लागू करने के संबंध में हाईलेवल मीटिंग आज
दिल्ली में ग्रैप-4 लागू करने के सीएक्यूएम के निर्देश के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अपनी अध्यक्षता में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। यह बैठक दिल्ली सचिवालय में होगी। इसमें पर्यावरण विभाग और अन्य संबंधित विभागों से जुड़े अधिकारी हिस्सा लेंगे।