Palwal/Alive News : उपायुक्त नरेश नरवाल ने मंगलवार को लगातार दो दिन पहले हुई बारिश से शहर में पानी निकासी के प्रबंधों का जायजा लिया और जनस्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बारिश होने की स्थिति मेें शहर के सभी क्षेत्रों से पानी निकासी जल्द से जल्द होनी चाहिए, इसके लिए उचित मैकेनिज्म अपनाया जाए, ताकि लोगों को कोई समस्या न हो।
उपायुक्त ने एसडीएम पलवल वैशाली सिंह तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ शहर की कैंप कॉलोनी, न्यू एक्सटेंशन कॉलोनी, रसूलपुर रोड, रसूलपुर चौक, संजय कॉलोनी, प्रेम विहार, पुराना आगरा-दिल्ली रोड, सिविल अस्पताल रोड, हथीन मोड़, हथीन रोड, किठवाडी चौक, सेक्टर-2, आगरा चौक इत्यादि स्थानों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया तथा शहर के नालों की कनैक्टिविटी, पम्प सैट्स से पानी की निकासी आदि प्रबंध चैक किए। उन्होंने कहा कि इस बार लगातार बारिश से जमा पानी को जल्द बाहर निकालना सुनिश्चित हो पाया है।
यह प्रक्रिया आगामी बारिश में भी अपनाई जाए तथा जल्द से जल्द शहर के पानी को बाहर निकाला जाए। शहर के सभी नालों, सीवरों की सफाई का कार्य एक बार फिर तत्परता से किया जाए। उपायुक्त ने इन कॉलोनियों में जाकर पानी निकासी की व्यवस्था चैक करने के साथ-साथ लोगों से भी बातचीत की तथा उनकी समस्या के समधान के लिए संंबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने प्रेम विहार में एक नीची गली को ऊंचा उठाकर पक्का करने तथा संजय कॉलोनी में नाले को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि नालों पर स्थित पुलिया के पास लोहे के बड़े जाल अवश्य लगाए जाएं, ताकि जाल के पास जमा गंदगी आगे न बढ़ पाए और उसकी सफाई जल्द करना सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसाती पानी की निकासी नियमित रूप से होने के साथ-साथ सभी मेनहोल पर ढक्कन लगे होने चाहिए, ताकि खुले सीवरेज मेनहोल से कोई हादसा न हो।
उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बरसात के मौसम के चलते शहर में पानी निकासी के नालों की सफाई की जाए। पानी निकासी के लिए जरूरत के अनुसार मोटर व पम्प सेट स्थापित की जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात के समय सीवरेज सिस्टम या पानी निकासी से संबंधित अधिकारी सडक़ों, गलियों व कॉलोनियों से पानी निकासी करवाते नजर आने चाहिए। उपायुक्त ने निर्देश दिए जहां भी पानी की निकासी में रूकावट नजर आए, उसको तुरंत प्रभाव से दूर करवाया जाए। लोगों को जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि हालांकि बरसात के दौरान एक बार तो पानी एकत्रित हो जाता है, लेकिन बरसात के दो या तीन घंटे बाद तक उसकी निकासी हो जानी चाहिए।