November 6, 2024

M3M कंपनी के मनी लॉन्ड्रिंग केस में पिता-पुत्र के रिमांड आदेश पर HC ने हस्तक्षेप करने से किया इनकार

Chandigarh/Alive News : M3M इंडिया होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड के 400 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में कंपनी के प्रमोटरों को दिल्ली हाईकोर्ट से भी तगड़ा झटका लगा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने जज रिश्वत मामले में M3M ग्रुप के प्रमोटर बसंत बंसल और उनके बेटे पंकज बंसल के खिलाफ पंचकूला की एक कोर्ट के रिमांड आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है। बसंत बंसल 2012 से M3M इंडिया होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक हैं और पंकज बंसल 2011 से 1 अप्रैल 2023 तक M3M इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक बने थे।

दिल्ली HC ने की सख्त टिप्पणी
कंपनी प्रमोटर बसंत बंसल और उनके बेटे की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा है कि एक बार पंचकूला में सक्षम अदालत द्वारा रिमांड का आदेश पारित कर दिए जाने के बाद, याचिकाकर्ताओं को चंडीगढ़ में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना चाहिए। पंचकूला कोर्ट द्वारा एक बार रिमांड का आदेश पारित किए जाने के बाद, दूसरा आदेश देना अनुचित होगा।

15 जून को मिली थी 5 दिन की रिमांड
पंचकूला कोर्ट ने 15 जून को पिता-पुत्र को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की 5 दिनों की रिमांड पर दे दिया था। हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की 17 अप्रैल की FIR के आधार पर ED ने एक प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट दर्ज की थी। 13 जून को जस्टिट सुधीर परमार, निलंबित होने के बाद से, उनके भतीजे अजय परमार, रूप बंसल, M3M के प्रमोटरों में से एक, और अन्य के खिलाफ FIR में दर्ज हैं। जांच एजेंसी ने 14 जून को बसंत और पंकज को और 15 जून को अजय परमार को गिरफ्तार किया था।

एक रिटायर्ड IAS अफसर का भी शेयर
M3M के मालिक बंसल बंधु हैं। हरियाणा के एक रिटायर्ड IAS अफसर का भी इस ग्रुप में बड़ा शेयर है। ईडी ने आरोप लगाया है कि M3M समूह के प्रवर्तकों- बसंत बंसल, रूप कुमार बंसल, पंकज बंसल एवं अन्य प्रमुख लोग तलाशी अभियान के दौरान जांच-पड़ताल से जानबूझकर बचते रहे।

पढ़िए पूरा मामला…
हरियाणा में M3M मनी लॉन्ड्रिंग केस में बसंत बंधुओं पर 400 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। दोनों भाइयों पर सेल कंपनियों के जरिए 400 करोड़ रुपए जुटाने का आरोप लगा है।अभी तक की जांच में सामने आया है कि M3M ग्रुप ने IRO ग्रुप से 400 करोड़ रुपए लिए हैं। M3M ग्रुप में ट्रांजैक्शन को डेवलपमेंट पेमेंट दिखाया गया है। ईडी इस मामले में M3M ग्रुप की करोड़ों रुपए की संपत्ति अब तक जब्त कर चुकी है। 10 दिन पहले गुरुग्राम में ED ने रियल एस्टेट कंपनी M3M के ठिकानों पर सोमवार को छापेमारी करके 60 करोड़ की लग्जरी कारें और 6 करोड़ की ज्वेलरी जब्त की थी।