Faridabad/Alive News: 3 अप्रैल की रात संजय कॉलोनी के रहने वाले विशाल के ब्लाइंड मर्डर मामले में संज्ञान लेते क्राइम ब्रांच डीएलएफ प्रभारी राकेश कुमार की टीम ने कार्रवाई करते हुए विशाल ब्लाइंड मर्डर मामले का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी सहित 4 आरोपियो को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियो में जितेन्द्र उर्फ अनंत, लालतुश ,रविकांत कुमार और नीरज का नाम शामिल है। चारों आरोपी मूल रुप से बिहार के नालंदा जिले के रहन वाले है। आरोपी जितेन्द्र उर्फ अनंत, रविकांत कुमार और नीरज फरीदाबाद की संजय कॉलोनी में रह रहे थे। आरोपी लालतुश दिल्ली के आजादपुर में रह रहा था।
क्राइम ब्रांच टीम INSP. राकेश कुमार, SI विजय कुमार, SI अमरसिंह, P/SI राम चन्द्र, HC आनंद, HC अजय, सिपाही अनिल कुमार, सिपाही प्रीतम, सिपाही संदीप, सिपाही अजीत, सिपाही विनोद ने मुख्य आरोपी जितेन्द्र और लालतुश को बिहार के गांव रामसंघ से गिरफ्तार किया है आरोपी के कब्जे से मृतक का फोन भी बरामद किया गया है। दोनो आरोपियो को बिहार में अदालत में पेश करके 72 घंटे के लिए राहदारी (ट्रांजिट) रिमांड पर लिया गया था। क्राइम ब्रांच टीम ने दोनों आरोपियो को फरीदाबाद के कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था।
पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियो से खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी जितेन्द्र मृतक विशाल दोनों एक ही मकान में अपने परिवार के साथ किराए पर रहते थे। जितेन्द्र और विशाल में परिवार की किसी बात को लेकर 10/15 दिन पहले झगडा हो गया था। जिसका बदला लेने के लिए मुख्य आरोपी ने अपने अन्य साथियो को अपने पास बुलाया और मौका देख कर 3 अप्रैल की रात को मृतक के घर में सोतें समय ही चाकू से ताबड तोड हमला कर हत्या की वारदात को अनजाम दिया है। वरादत का मामला थाना थाना मुजेसर में हत्या की धारा में मामला दर्ज किया गया था।
मामले शामिल अन्य दो आरोपी रविकांत और नीरज को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन दिल्ली से गिरफ्तार कर दोनों आरोपियो को अदालत में पेश करके 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। रिमांड के दौरान आरोपियों से हत्या में प्रयोग किये गये 3 चाकू व 5 मोबाइल फ़ोन व कपडे बरामद किये गये है। आरोपी नीरज, जितेन्द्र और रविकांत प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करते है। आरोपी लालतुश गत्ते के कबाडे का काम करता है। सभी आरोपियो को पूछताछ के बाद अदालत में पेश करके नीमका जेल भेजा गया।