November 17, 2024

भ्रष्ट अधिकारियो की पदोन्निति, सरकार की जीरो टोलरेंस पॉलिसी पर उठे सवाल

Faridabad/Alive News : भ्रष्टाचार विरोधी मंच ने फरीदाबाद नगर निगम के दो कार्यकारी अभियन्ताओं को अधीक्षण अभियन्ता के तौर पर पदौन्नत करने के हरियाणा सरकार के निर्णय को अनुचित ठहराते हुए इस पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पूरा निगम क्षेत्र थोड़ी सी बारिस में डूबा हुआ है, यहां की जलापूर्ति, सीवरेज लाईन, स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था अस्त-व्यस्त है, जिसके परिणामस्वरूप आम जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है।

मंच की ओर से डाक्टर ब्रहमदत्त पदमश्री और वरूण श्योकंद ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में बताया कि मंच के द्वारा सरकार को जिन 42 घोटालो की सूची भेजी गई है, उन घोटालों में आज पदौन्नत किए गए अधिकारियों पर गंभीर आरोप है और ऐसे अधिकारियों को पदौन्नति दिए जाने से हरियाणा सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस पॉलिसी पर सवालिया निशान खडे हो गए है।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आज पूरा शहर निगम की इंजिनियरिंग विभाग के कुछेक अधिकारियों के कारण बर्बादी के कगार पर पहुुंच गया है उस स्थिति में सरकार को बहुत जल्दी गठित होने वाली एसआईटी की जांच का इंतजार तो इन अधिकारियों की पदौन्नति से पहले अवश्य ही करना चाहिए था।

उन्होंने बताया कि ये दोनों अधिकारी केवल डिप्लोमा होल्डर है जबकि अधीक्षण अभियन्ता के पद पर पदौन्नति के लिए डिग्रीधारक होना आवश्यक है और गंभीर आरोपों के चलते इन अधिकारियों को एज ए स्पेशल केस योग्यता में ढील देकर पदौन्नत करना निहायत गैर कानूनी व अनुचित है, जिसे जनहित में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और भष्टाचार विरोधी मंच इन आदेशों को रदद करने के लिए पहले तो मुख्यमंत्री को अनुरोध करेगा और उसके बाद माननीय न्यायालय में इन आदेशों को चुनौती दी जाएगी।