November 16, 2024

सही संस्था को मिलेे दशहरा मानने की अनुमति : महंत स्वरूप

Faridabad/Alive News : एक नंबर मार्केट स्थित सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर द्वारा मनाया जाने वाला दशहरा उत्सव को लेकर करीब 40 शहरों से आए 35 संस्थाओं व सनातन धर्म महाबीर दल के पदाधिकारियों ने आज रविवार को एक बैठक आयोजन किया। जिसमे दशहरा पर्व को लेकर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। मीटिंग की अध्यक्षता सनातन धर्म महाबीर दल पंजाब के अध्यक्ष महंत स्वरूप बिहारी शरण की अध्यक्षता में सम्पन हुई बैठक के उपरांत प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया।

प्रेसवार्ता के उपरांत महंत स्वरूप बिहारी शरण ने पत्रकारों से कहाकि पिछले 65 साल से लगातार सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर दशहरा उत्सव आयोजन करता आ रहा है। लेकिन पिछले वर्ष से कई राजनेताओं की दखलंदाजी के चलते सिद्धपीठ श्री हनुमान मंदिर को दशहरा उत्सव मानने नहीं दिया गया। इस बात को लेकर सनातन धर्म महाबीर दल की सभी संस्थाओ में पदाधिकारी एवं धर्म में आस्था रखने वाले लोगों में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि यह सरासर तानाशाही है और हिंदू धर्म की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ है।

मंहत ने कहा कि भाजपा ने हिंदूओं की भावनाओं को कैश करके सत्ता हासिल की है और अब इस समाज पर तलवार चलाई जा रही है। महंत ने कहा कि देश में मुस्लिम समाज को हज यात्रा के लिए सबसिडी देने वाली भाजपा सरकार हिंदू समाज को दशहरा पर्व तक नहीं मनाने दे रही। वह इस बात का पूरे देश में विरोध करेंगे तथा दशहरे पर्व की अनुमति दिलवाने में अडंग़ा डालने वाली विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस बात से नाराज सनातन धर्म महावीर दल पंजाब के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत स्वरूप बिहारी शरण ने घोषणा है कि यदि उन्हें दशहरा पर्व मनाने की अनुमति नहीं दी गई तो वह इस बार फिर काला दशहरा मनाएंगे।

इस विषय पर महंत ने कहाकि जल्द ही अनेकों धार्मिक संस्थाओ के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओ डिप्टी कमिश्नर से मुलाकात करेंगे और उनके समक्ष अपनी बात रखेंगे कि की प्रशासन राजनीति में न पढक़र जो संस्था 65 वर्षो से दशहरा पर्व मनाती आ रही है उस को दशहरा पर्व मानाने की अनुमति प्रदान करे यदि प्रशासन को किसी संकोच है तो वह दोनों संस्थाओ के प्रमुख लोगों को बैठकर सही निर्णय ले और यदि इस पर भी कोई ठोस निर्णय नहीं निकलता हे तो प्रशासन सभी धार्मिक संस्थाओ के पदाधिकारियों और सेवादारों के बिच सर्व करवा ले उस के बाद ही जो निर्णय प्रशासन लेगा वो हमें मान्य होगा।