National/Alive News: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में विवाद गहराता जा रहा है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और छात्र सड़क पर उतरकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर्स, प्रशिक्षु और स्नातकोत्तर प्रशिक्षुओं ने लगातार चौथे दिन भी हड़ताल जारी रखी। इससे राज्य भर में अस्पताल सेवाएं सोमवार को बाधित रहीं। वहीं दूसरी ओर, जिस आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भयावह घटना घटी थी, वहां के प्रिंसिपल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
मुझे बदनाम किया जा रहा: प्रिंसिपल
आरजी कार मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल, प्रोफेसर (डॉ.) संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से बात की। उन्होंने कहा, ‘मुझे सोशल मीडिया पर बदनाम किया जा रहा है। मेरे बारे में कुछ भी बोला जा रहा है। मृतक डॉक्टर मेरी बेटी की तरह थी। एक अभिभावक के रूप में मैं इस्तीफा देता हूं। मुझे पसंद नहीं है कि भविष्य में किसी के साथ ऐसा हो।’
सोमवार को भी हड़ताल रही जारी
वहीं, सूत्रों का कहना है कि पिछले तीन दिनों से जूनियर डॉक्टर आपातकालीन ड्यूटी कर रहे थे। हालांकि, सोमवार सुबह तक उन्होंने यह जिम्मेदारियां भी निभानी बंद कर दी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एक प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर ने कहा कि हम अपनी सहकर्मी की हत्या की निष्पक्ष जांच सीबीआई या किसी मौजूदा मजिस्ट्रेट से कराना चाहते हैं। हम वर्तमान पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं हैं और न्याय मिलने तक अपना विरोध जारी रखेंगे।’
इन लोगों से पुलिस करेगी पूछताछ
कोलकाता के पुलिस सूत्र ने बताया कि लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय ने तीन जूनियर डॉक्टरों और एक हाउसकीपिंग स्टाफ को तलब किया है। घटना की रात में यह लोग ड्यूटी पर थे।
सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर मिला था शव
महिला डॉक्टर का शव शुक्रवार को उत्तरी कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर से मिला था। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी हत्या से पहले यौन शोषण की पुष्टि हुई। इसके बाद शनिवार को एक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया था।
राज्य सरकार ने स्थिति संभालने के लिए सभी वरिष्ठ डॉक्टरों की छुट्टी रद्द कर दी है। एक अधिकारी ने कहा, ‘हमारे वरिष्ठ डॉक्टर ड्यूटी पर हैं और हमें उम्मीद है कि वे मरीजों को संभाल लेंगे। उन्हें स्थिति स्थिर होने तक काम करने का निर्देश दिया गया है।’
देश के विभिन्न हिस्सों से आंदोलनकारी डॉक्टरों के लिए समर्थन आ रहा है। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफओआरडीए) ने हड़ताल का समर्थन किया है और सोमवार को वैकल्पिक सेवाओं को राष्ट्रव्यापी रूप से रोकने का आह्वान किया है। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में विवाद गहराता जा रहा है।