November 28, 2024

हाथ में संविधान की किताब, भाई राहुल को प्रणाम कर संसद में शपथ लेने पहुंची प्रियंका गांधी

केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आज संसद सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की.

Delhi/Alive News: केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आज संसद सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की. प्रियंका ने हिंदी भाषा में शपथ ली और इस दौरान उन्होंने संविधान की एक प्रति अपने हाथ में ले रखी थी. इस शपथ ग्रहण समारोह में पूरा गांधी परिवार संसद में मौजूद रहा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे.

प्रियंका गांधी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उनके भाई और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी फोटोग्राफर की भूमिका में दिखे. राहुल ने अपनी बहन की कई तस्वीरें खीचीं. शपथ के बाद नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका को बधाई देते हुए गले भी लगाया.

प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी आशीर्वाद लिया. कांग्रेस महासचिव के शपथ ग्रहण के अवसर पर उनकी मां और पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, उनके पति रॉबर्ट वाद्रा, पुत्र रेहान राजीव वाद्रा, पुत्री मिराया वाद्रा, कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला और पार्टी के कुछ अन्य नेता सदन की दर्शक दीर्घा में मौजूद थे.


शपथ ग्रहण करने के बाद 52 वर्षीय प्रियंका गांधी वाद्रा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का हाथ जोड़कर अभिवादन किया. शपथ के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि जनता के जरूरी मुद्दों को उठाना, देश और पार्टी के लिए काम करना ही उनकी प्राथमिकता रहेगी.

उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि हमारे लिए संविधान से ऊपर कुछ नहीं है. हम संविधान के उसूलों के लिए लड़ते हैं और लड़ते रहेंगे. एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी कहा कि उनके सदन में पहुंचने से राहुल गांधी और कांग्रेस को मजबूती मिलेगी.

राहुल गांधी इस साल हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के रायबरेली और केरल के वायनाड से विजयी हुए थे. उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी जिसके बाद यहां उपचुनाव हुआ. यह पहली बार है कि संसद में गांधी-नेहरू परिवार के तीन सदस्य हैं. प्रियंका के भाई राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं और उनकी मां सोनिया गांधी राज्यसभा की सदस्य हैं.

प्रियंका वायनाड लोकसभा उपचुनाव में चार लाख से अधिक मतों के अंतर से जीती हैं. वह पहली बार किसी सदन की सदस्य बनी हैं. वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में उतरी थीं और उसके बाद से पार्टी महासचिव के रूप में जिम्मेदारी निभा रही हैं.