November 19, 2024

कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई स्थगित, जल्द हो सकती है पंजाब के नए मुख्यमंत्री की घोषणा

Chandigarh/Alive News : कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद से पंजाब में सियासत तेज होने के साथ नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा को लेकर भी सस्पेंस बरकरार है। रविवार को चंडीगढ़ में होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी स्थगित कर दी गई है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि पंजाब के मुख्यमंत्री पद की घोषणा अब दिल्ली से की जाएगी। कई दिग्गज कांग्रेसी नेताओं के नामों पर मंथन किया जा रहा है। इसमें अंबिका सोनी से भी सोनिया गांधी ने राय ली है। पंजाब से पहले नंबर पर सुनील जाखड़ और दूसरे पर नवजोत सिंह सिद्धू के नाम की चर्चा चल रही है।

मुख्यमंत्री पद के लिए सुनील जाखड़ के नाम को लेकर अधिक संभावनाएं बनी हुई हैं। इस कारण से उनके घर कई कांग्रेसी विधायक बधाई देने के लिए पहुंच रहे हैं। दूसरी तरफ नवजोत सिंह सिद्धू खेमे के विधायक भी लामबंद हो रहे हैं। हालांकि 11 बजे आज होने वाली विधायक दल की बैठक स्थगित होने के कारण अब जो भी मुख्यमंत्री के लिए चेहरा फाइनल होगा उसके नाम की घोषणा दिल्ली से ही की जाएगी।

पार्टी में मचे घमासान को शांत करने के लिए आलाकमान मुख्यमंत्री के साथ ही दो उपमुख्यमंत्री के नामों की भी घोषणा होगी। इसके अलावा पंजाब के जातीय समीकरण को साधने के लिए आलाकमान इसको जरूरी मान रहे है। सूबे में सिख के बाद हिंदू सबसे अधिक वोटर है, इसलिए यदि सिख मुख्यमंत्री घोषित होता है तो दो उपमुख्यमंत्री में एक चेहरा हिंदू और दूसरा दलित होगा।

कांग्रेस आलाकमान कैप्टन के तल्ख तेवरों से परेशान था। पंजाब कांग्रेस में कैप्टन के बढ़ते रसूख और उनके निर्णय आलाकमान को परेशान कर रहे थे। कैप्टन ने अपने नेतृत्व में चुनाव लड़ा और जीतकर आए, उसके बाद से उनके तेवर और तल्ख थे। मंत्रिमंडल विस्तार से लेकर पंजाब सरकार के सभी फैसलों में कैप्टन की ही चली। लिहाजा आलाकमान को उनके विकल्प की तलाश तो 2017 से थी लेकिन चेहरा नहीं मिल रहा था। 

नवजोत सिंह सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने के बाद आलाकमान की यह तलाश पूरी हुई, जिसके बाद से लगातार कैप्टन के तेवर से परेशान आलाकमान कैप्टन पर इस्तीफे को लेकर दबाव बना रहा था। कैप्टन के सामने ऐसे हालात 2003 में भी पैदा हुए थे। लेकिन उस समय कैप्टन इस संकट से उबरने में सफल रहे।