Faridabad/Alive News: जिले में कोरोना के एक एक्टिव केस की पुष्टि हुई है। वर्तमान में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए जिला के प्रत्येक नागरिक को एहतियात बरतने व कोविड-19 नियमों का अधिक से अधिक पालन करने की हिदायत दी गई है। उपायुक्त विक्रम ने मंगलवार को एनआईटी-3 स्थित ईएसआई हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोविड-19 की तैयारियों का निरीक्षण किया।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने ईएसआई हॉस्पिटल में कोविड के मरीजों के लिए बनाए गए वार्डो का निरीक्षण किया और कोविड टेस्ट से लेकर लिक्विडिटी मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसी भी संभावित लहर को पूरी तरह गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने सीएमओ डॉ. विनय गुप्ता को निर्देश दिया कि प्रत्येक सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में सभी सुविधाओं की पुनः समीक्षा की जाए और अगर कहीं भी कोई कमी दिखाई देती है तो तुरंत पूरा करें।
उन्होंने कहा कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें और कोविड-19 के नियमों का पालन करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अभी तक जिला में बूस्टर डोज मात्र 25 प्रतिशत लोगों ने ली है और 12 से 15 व 15 से 17 वर्ष के बच्चों को प्रिकॉशन डोज मात्र 28 प्रतिशत ली है। उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि वह स्कूलों में सभी बच्चों को इसके लिए जागरूक करें। उन्होंने बताया कि जिला के सभी 45 सरकारी अस्पतालों, पीएचसी, सीएचसी व स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि जिला में पिछली कोविड-19 लहर के दौरान सबसे ज्यादा जरूरत 50 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ी थी। उस समय जिला में मात्र दो ऑक्सीजन प्लांट थे। उन्होंने बताया कि अब जिला में 24 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट हैं जिनमें 10 सरकारी व 14 प्राइवेट अस्पतालों हैं। उन्होंने बताया कि इन प्लांटों की अब प्रतिदिन उत्पादन क्षमता 92.40 मीट्रिक टन है।