November 17, 2024

सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन, फैज़ल बना सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक

Faridabad/Alive News : एनआईटी नम्बर-3 स्थित ​​राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जिला संयोजक एन.एस.एस. एवं कार्यक्रम अधिकारी सुशील कणवा के मार्गदर्शन में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के समापन के अवसर पर मुख्यअतिथि जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती सतिंदर वर्मा ने अपने कर कमलो द्वारा सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक फैज़ल कक्षा बारहवीं के छात्र को मोमेन्टो व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया |

जिले के एन.एस.एस. को-ऑर्डिनेटर सुशील कणवा ने बताया कि एन.एस.एस. के इस विशेष शिविर में 53 स्वयंसेवकों ने भाग लेकर सही मायने में एन.एस.एस. की परिभाषा पढ़ी | मुख्यअतिथि श्रीमती सतिंदर वर्मा ने स्वयंसेवकों से आम समस्याओं और उनका हल क्या हो सकता है के बारे स्वयंसेवकों से चर्चा कर अपनी-अपनी राय देने को कहा और एन.एस.एस. स्वयंसेवकों को आजीवन स्वयंसेवक बने रहने का अनुरोध किया |

उन्होंने अपने अभिवादन में अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए एन.एस.एस. स्वयंसेवको को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण जीवन होता है और एन.एस.एस. के स्वयंसेवको को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ समाज के लिए भी कार्य करना पड़ता है जो एक सराहनीय है। उन्होंने शिविर को बहुत ही सुचारु रूप से चलाने और सफल बनाने के लिए फरीदाबाद जिले के एन.एस.एस. को-ऑर्डिनेटर सुशील कणवा व एन.एस.एस. के सभी स्वयंसेवको की पीठ थपथपाई और बधाई दी ​तथा विद्यालय प्रधानाचार्य सुरेंदर मदान, सारे स्टाफ और एन.एस.एस. स्वयंसेवको को समाज के लिए हमेशा आगे बढ़कर कार्य करने के लिये धन्यवाद किया और शुभकामनाये दी।

कैंप के दौरान अच्छे कार्य करने वाले स्वयंसेवक रुपेश, मनोज, पीयूष आदि को सतिंदर वर्मा ने सम्मानित किया | कैंप के समापन पर शिविर में भाग लेने सभी स्वयंसेवकों को सतिंदर वर्मा और खेल और युवा कार्यक्रम मंत्रालय भारत सरकार से विशेष अतिथि मनोज कुमार द्वारा सर्टिफिकेट्स वितरित किये गए | इस अवसर पर खेल और युवा कार्यक्रम मंत्रालय भारत सरकार से विशेष अतिथि मनोज कुमार और हाल ही के इंदिरा गाँधी अवार्ड विजेता हरीश कुमार,​ दर्शन भाटिया आजीवन सदस्य रेड क्रॉस सोसाइटी, ​विनोद जायसवाल, राजेश शर्मा, राकेश शास्त्री, वाईएमसीए विश्वविधालय के एन.एस.एस. छात्र अरुण कुमार, योगेश कुमार, महेन्दर कुमार आदि ​का विशेष योगदान रहा |