Faridabad/Alive News : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा कृष्णपाल गुर्जर की अगुवाई में मूक-बधिर लोगो के लिए भारत सरकार की नि:शुल्क कॉक्लियर इम्प्लांट योजना फरीदाबाद में शुरू की गयी। जिसके अंतर्गत 5 वर्ष से कम आयु का बच्चा एवं 15000 रुपये से कम मासिक आय वाले परिवार के बच्चे को यदि कॉक्लियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित करवाने की आवश्यकता होती है तो उसके सारे खर्च का वहन (लगभग 9 लाख) भारत सरकार उठाएगी। साथ ही अगले 2 वर्षो तक स्पीच थेरैपी भी नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी।
ज्ञात हो कि सर्वोदय अस्पताल हरियाणा का दूसरा भारत सरकार से आर्थिक सहायता प्राप्त कॉक्लियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित करने की मान्यता पाने वाला अस्पताल बन गया है इन आप्रेशन के लिए भारत सरकार ने आधुनिक तकनीक से सुसज्जित ई0 इन0 टी0 संस्थान एवं कुशल डॉक्टरों की टीम के मापदंड को ध्यान में रखते हुए सर्वोदय अस्पताल का चयन किया। वार्ता में बहरेपन बीमारी की भयावहता पर प्रकाश डालते हुए सर्वोदय अस्पताल के वरिष्ठ कान, नाक एवं गला रोग विशेषज्ञ डॉ. रवि भाटिया ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2005 में भारत में किये गए सर्वेक्षण मे लगभग 6 करोड़ 30 लाख लोगों को बहरेपन से ग्रसित पाया और राष्ट्रव्यापी विकलांगता सर्वेक्षण के अनुसार बहरापन विकलांगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण है
उन्होंने कॉक्लियर इम्प्लांट प्रत्यारोपित करने के आप्रेशन के बारे में विस्तार से बताया कि इस प्रक्रिया में मरीज के कान की नसों के अंदर यह इम्प्लांट प्रत्यारोपित कर दिया जाता है और धीरे-धीरे स्पीच थेरैपी की मदद से बच्चे को सुनने एवं बोलने लायक बनाया जाता है जिससे वह समाज पर बोझ ना बनकर समाज के विकास में अपना सहयोग दे सके।
डॉ.भाटिया ने सर्वोदय में अभी तक इस योजना के अंतर्गत हुए आप्रेशनों के बारे बताया की अभी तक 5 बच्चों के सफल आप्रेशन हो चुके है और लगभग 22 लोग अभी प्रतीक्षा में चल रहे है। सर्वोदय अस्पताल के निर्देशक डॉ. राकेश गुप्ता ने भारत सरकार का धन्यवाद देते बताया कि यह सरकार का मानवता के प्रति लिया गया अतुलनीय कदम है और सर्वोदय अस्पताल का चुना जाना हमारे लिए गौरव की बात है जिसका श्रेय कृष्णपाल गुर्जर जी के अथक प्रयासों को जाता है।