फरीदाबाद : मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बल्लभगढ़ में आयोजित जनसभा को लेकर प्राईवेट स्कूल मालिकों के होश फाख्ता हैं। आयोजकों ने स्कूल मालिकों को फरमान जारी किए हैं कि जनसभा के लिए वह अपनी बसें भेज दें, ताकि मुख्यमंत्री का वक्तव्य सुनने के लिए भीड़ को लादकर लाया जा सके।
इस जनसभा का आयोजन 6 फरवरी को बल्ल्लभगढ़ में होना है और इसके लिए आयोजन की जिम्मेदारी भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा ने अपने कंधों पर ली है। बताया गया है कि जनसभा के लिए श्रोताओं को आसपास के क्षेत्रों से ढोकर लाया जाएगा, ताकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल उन्हें अपनी सरकार की विशेषताएं बता सकें। जनसभा की सफलता के लिए आयोजक अपने स्तर पर वाहनों का इंतजाम करने की बजाए प्राईवेट स्कूल मालिकों पर निर्भर हैं।
स्कूल मालिकों को ना केवल अपनी बसें उपलब्ध करवानी होंगी, बल्कि उनमें ईंधन भी भरवा कर देना होगा। यहां बता दें कि जब भी इस प्रकार की कोई बड़ी जनसभा का आयोजन होता है, तब सीधे तौर पर बसें उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी प्राईवेट स्कूल मालिकों को ही झेलनी पड़ती है। हालांकि भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री यह दावा करते हैं कि उनकी सरकार में होने वाली सभाओं में किसी पर फटीक नहीं डाली जाती।
जबकि उनके दावों की हकीकत तब सामने आती है, जब ना केवल स्कूल मालिक बल्कि शहर के बड़े उद्योगपति एवं सरमाएदारों की सेवाएं भी ली जाती हैं। बल्लभगढ़ से पहले भी जितनी सभाएं इस शहर में आयोजित की जा चुकी हैं, अधिकांश में इसी प्रकार की व्यवस्थाएं देखने को मिली हैं। तब मुख्यमंत्री और भाजपा सरकार के दावों की हवा निकल जाती है।