Chandigarh/Alive News : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल शुक्रवार को विधानसभा में आक्रामक अंदाज में नजर आए। अपनी पार्टी के विधायकों की नाराजगी और विपक्ष के हमलों के बीच मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि वह किसी से दबने वाले नहीं हैैं। प्रदेश में हर जिला मुख्यालय पर लगाए गए सुशासन सहयोगियों के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ा होने के विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने सीना ठोंक कर कहा कि उन्हें इस इस बात का गर्व है कि वह आरएसएस से जुड़े हैं और आरएसएस की वजह से ही वह सीएम की कुर्सी पर हैैं।
आक्रामक हुए सीएम का बागी विधायकों और विपक्ष को करारा जवाब
मुख्यमंत्री ने अपने इस अंदाज से विपक्ष के साथ-साथ अपनी पार्टी के नाराज विधायकों को संदेश देने की कोशिश की। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद अपना जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल आक्रामक अंदाज में दिखाई पड़े। दो दिन पहले तक कशमकश में चल रहे मुख्यमंत्री ने विपक्ष को करारा जवाब देने की कोशिश करते हुए संदेश दिया कि वह दबने वाले नहीं हैैं।
मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के गुरुग्राम से विधायक उमेश अग्रवाल द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दों पर भी स्थिति साफ की। अग्रवाल ने गुरुग्राम में मेट्रो का रूट बदलने तथा मीटरों की खरीद में भारी गोलमाल होने के आरोप लगाए थे। गुरुग्राम के ही ग्वाल पहाड़ी एरिया में जमीनों का म्युटेशन बदलने से जुड़े मामले में मुख्यमंत्री ने जल्द जवाब देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने जब सदन में स्थिति साफ की, उस समय अग्रवाल मौजूद नहीं थे।
मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, ‘मैं आज यहां आरएसएस की वजह से ही हूं। मुझे गर्व है कि मैं आरएसएस का वर्कर हूं। आरएसएस एक सामाजिक संस्था है और देशहित में काम करती है। हर कोई कहीं न कहीं जुड़ा होता है। 1980 से लेकर 2014 तक आरएसएस में काम किया है और अक्टूबर 2014 में पहला मौका था जब पांच दिनों का वेतन लिया।
जब अधिकारी हरियाणा के नहीं तो सुशासन सहयोगियों में क्या हर्ज
पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने विधानसभा में आरोप लगाया था कि सरकार ने अधिकारियों के ऊपर सुशासन सहयोगी थोप दिए हैैं, जो अधिकतर आरएसएस के वर्कर हैैं। इनेलो विधायक दल के उप नेता जसविंद्र सिंह संधू ने भी इस पर सवाल खड़े किए। स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि यहां सभी आरएसएस वाले बैठे हैं। मुख्यमंत्री ने सफाई दी कि सुशासन सहयोगी कोई सरकारी कर्मचारी नहीं हैैं। 24 में से आठ हरियाणा के हैैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या सभी अधिकारी हरियाणा के हैैं। जब वे हरियाणा के नहीं हो सकते तो बाहर के सुशासन सहयोगियों में क्या हर्ज है।
मेट्रो के रूट में बदलाव नहीं किया, लाइन को घुमाया गया
गुरुग्राम में मेट्रो का रूट बदले जाने के आरोपों पर सीएम ने कहा एचएसआइआइडीसी द्वारा बनाए जाने वाले 1000 एकड़ के ग्लोबल सिटी तक मेट्रो पहुंचाने के लिए लाइन को टर्न दिया गया है, रूट में बदलाव नहीं हुआ। इस सरकारी प्रोजेक्ट में केंद्र सरकार भी 50 प्रतिशत की भागीदार है। कांग्रेस विधायक कर्ण सिंह दलाल के सवाल उठाने पर सीएम ने कहा कि टीओडी पॉलिसी प्रदेश के सभी छह मेट्रो रूट पर लागू हैं। इसका लाभ तभी मिलेगा, जब निर्धारित फीस जमा होगी। कामर्शियल मामले में 24 करोड़ और आवासीय के लिए 11 करोड़ रुपये प्रति एकड़ तक फीस देनी होगी।
हमारे विधायक ने जाल फैलाया और आप उसमें फंस गए
कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी ने भाजपा विधायकों की नाराजगी तथा गुरुग्राम का मास्टर प्लान बदले जाने का मुद्दा उठाया। सीएम ने कहा कि यह केवल प्रस्ताव है। लोगों की आपत्तियां और सुझाव मांगे जाएंगे। एनसीआर बोर्ड से भी अनापत्ति प्रमाणपत्र लिया जाएगा। सीएम ने कहा कि हमारे विधायक ने तो जाल फैलाया और आप उसमें फंस गए हैं। हम तो फैलाएंगे जाल, और चाहेंगे कि आप उसमें फंसो।