Faridabad/Alive News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमें 5 एस यानी शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, सुरक्षा और स्वाभिमान के सिद्धांत पर काम करते हुए भूटान देश की तरह हैप्पीनेस इंडेक्स को बढ़ाना होगा।
शरीर को सदैव निरोगी व स्वस्थ रखने पर ध्यान देना होगा। इसके लिए योग, आयुर्वेद व बेहतर दिनचर्या का अनुपालन करना होगा। मुख्यमंत्री शनिवार को फरीदाबाद के अमृता अस्पताल में सिविल 20 (सी-20) के एकीकृत समग्र स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन (जी-20 के आधिकारिक कार्य समूहों में से एक) का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने फरीदाबाद में अमृता स्कूल ऑफ मेडिसिन का भी उद्घाटन किया। इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 150 सीटें होंगी। इस मेडिकल कॉलेज के बनने से फरीदाबाद में तीन मेडिकल कॉलेज हो गए हैं, इससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।
सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी हमें आगे बढ़ना होगा। एलोपैथी के साथ होम्योपैथी एवं आयुर्वेदिक पद्धति को भी महत्त्व देना ज़रूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के कारण आज पूरी दुनिया में योग पद्धति को अलग पहचान मिली है। हरियाणा सरकार ने भी आयुर्वेदिक पद्धति के महत्व को ध्यान में रखते हुए कुरुक्षेत्र में कृष्ण आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय की स्थापना की है। केंद्र सरकार के सहयोग से कुरुक्षेत्र में 250 एकड़ में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना भी की जा रही है। प्रदेश में 700 वेलनेस सेंटर पर काम चल रहा है। इसके अलावा एक हजार पार्क व व्यायामशाला तैयार की जा रहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के स्टैंडर्ड के हिसाब से राज्य में 28 हजार डॉक्टरों की आवश्यकता है। प्रदेश में प्राइवेट चिकित्सक मिलाकर 13 हजार डॉक्टरों की संख्या है। हरियाणा सरकार राज्य में चिकित्सकों की संख्या को बढ़ाने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है। अब प्रदेश के सभी 22 जिलों में मेडिकल कॉलेज बनाने के साथ ही एमबीबीएस की सीटों की संख्या भी लगातार बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में आयुर्वेद व एलोपैथी का संयुक्त कॉलेज बनवाने की अनुमति भी मांगी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने प्रतिनिधियों को वर्चुअली संबोधित किया। अर्जेंटीना, रवांडा और मलावी जैसे देशों के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भी शिखर सम्मेलन में उपस्थित थे। विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता और मानवतावादी माता अमृतानंदमयी (अम्मा) सी-20 की अध्यक्ष हैं। उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने डिजिटल शिक्षा फॉर एडवांस्ड क्लिनिकल कैपेसिटी लर्निंग (दिशा) और वी आर विद यू (हम आपके साथ हैं) नामक दो नए प्लेटफार्म भी जारी किए। इसके साथ ही 1200 लोगों की बैठने की क्षमता के साथ माँ अमृतानंदमयी ऑडिटोरियम का उद्घाटन भी किया गया।
शिखर सम्मेलन के दो दिनों के दौरान, 700 से अधिक सीएसओ, स्वास्थ्य पेशेवरों, शिक्षकों और सार्वजनिक स्वास्थ्य परिदृश्य के नेताओं ने वैश्विक स्वास्थ्य और कल्याण का समर्थन करने वाली नीतियों को तैयार करने के लिए नीतिगत बैठकों, चर्चाओं और कार्यशालाओं में भाग लेंगे।सी-20 के वर्किंग ग्रुप इंटीग्रेटेड होलिस्टिक हेल्थ की कोर्डिनेटर अमृता अस्पताल की डॉ. प्रिया नायर ने कहा कि वर्किंग ग्रुप का लक्ष्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, गैर-संचारी रोग, बुजुर्गों की देखभाल और समग्र स्वास्थ्य (योग और ध्यान सहित चिकित्सा के पारंपरिक और वैकल्पिक रूप) के क्षेत्र में प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों की पहचान करना, चर्चा करना और उनका समाधान करना है। यह इस प्रकार के मुद्दों से निपटने के लिए नीतिगत ढांचे को तैयार करने में सहायता करेगा।
जी-20 एक मंच है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। यह वैश्विक अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रमुख मुद्दों को संबोधित करने के लिए काम करता है। सी-20 दुनिया भर के नागरिक समाज संगठनों को जी-20 में विश्व नेताओं तक लोगों की आवाज पहुंचाने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह, विधायक सीमा त्रिखा, विधायक नरेंद्र गुप्ता, विधायक राजेश नागर, अजय गौड़, स्वामी अमृता स्वरूपानंद पुरी, स्वामी निजामृतानंदपुरी, डॉ प्रेम नायर, डॉक्टर संजीव सिंह, पवन जिंदल, पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा, उपायुक्त विक्रम सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।