June 17, 2025

सरकारी स्कूलों में हुए जलभराव ने खोली पोल, अब जारी होगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का बजट

Faridabad/Alive News: वर्षा हाेने पर जिले के सरकारी स्कूलाें के खाली मैदान में जलभराव की स्थिति हाे जाती है। इसके बाद कई दिनाें तक पानी सड़ता रहता है। इससे मक्खी – मच्छराें का प्रकाेप बढ़ जाता है। जलभराव हाेने से पढ़ाई प्रभावित हाेती है और कई बार स्कूलाें की छुट्टी तक भी करनी पड़ती है। पिछले दिनों हुई वर्षा में यही कुछ देखने में आया है।

शिक्षा विभाग के दावाें पर यकीन करें ताे आगे ऐसा नहीं हाेगा। स्कूलाें में अब जलभराव की स्थिति पैदा नहीं हाेगी, साथ ही वर्षा जल संचयन होगा। इससे भू जल का स्तर बढ़ेगा, साथ ही कक्षाएं नियमित रूप से आयाेजित हाेंगी। इस कवायद के बाद से छात्राें और अध्यापकाें की परेशानी खत्म हाेगी

और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम काे दुरूस्त करने के प्रति गंभीरता दिखाने से हाेगा। सरकारी स्कूलाें में बने रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की रिपाेर्ट शिक्षा निदेशालय ने मांगी है। जिन स्कूलाें में रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं है या फिर खराब पड़े हैं। वहां निर्माण व मरम्मत के लिए विभाग बजट जारी करेगा। जिले में 378 राजकीय प्राथमिक, उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संचालित हाे रहे हैं। वर्षा के दिनाें में अधिकांश स्कूलाें में जलभराव हाे जाता है।

एनआइटी और बल्लभगढ़ में कई ऐसे स्कूल हैं। जहां परिसर से लेकर कमराें तक में वर्षा का पानी एकत्रित हाे जाता है। जलभराव के कारण कई बार कमराें में करंट तक आ जाता है। क्याेंकि स्कूलाें के समीप से बिजली के तार गुजर रहे है। इससे कक्षाएं भी प्रभावित हाेती हैं। सारन, जनता कालाेनी, इंदिरा कालाेनी, मुजेसर, इस्माइसपुर, गौंछी, एनआइटी और बल्लभगढ़ के ग्रामीण हिस्साें के स्कूलों में अक्सर ऐसी तस्वीर देखने काे मिलती है।

रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सिस्टम निर्माण के लिए विभाग देगा बजट
अब विभाग ने मानसून से पहले स्कूलों में मौजूद रेन वाटर हार्वेस्टिंग की मरम्मत कराने शुरू कर दी है। इस के तहत शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों से रेन वाटर हार्वेस्टिंग की रिपोर्ट मांगी है।शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों की मौके पर जाकर जांच करेंगे। जिन स्कूलों में निर्माण व मरम्मत की जरूरत होगी उनके लिए भी बजट जारी होगा।

क्या कहना है खंड शिक्षा अधिकारी का
हम मानसून आने से पहले सभी स्कूलाें से रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सिस्टम की मरम्मत कराने की याेजना पर काम कर रहे हैं। आगामी 20 दिनाें में निर्माण और मरम्मत का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रक्रिया पूरी हाे जाती है, ताे इसके स्कूलाें में जलभराव नहीं हाेगा साथ ही जल संचयन भी हाे सकेगा।

  • महेंद्र सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी, बल्लभगढ़।