November 18, 2024

बिना शिक्षक सरकारी स्कूल में पढ़ने को मजबूर बच्चे, कई पद हुए समाप्त

Chandigarh/Alive News: प्रदेश में के स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षकों की कमी के कारण पीरियड एडजेस्टमेंट में काउंसलर व दूसरे विषय के शिक्षक कक्षाएं ले रहे हैं। अध्यापकों की सेवा मुक्त होने के बाद उस पद पर नई भर्ती नहीं की गई है। इस कारण कई पद रद्द हो गए। हाल यह है कि शिक्षा विभाग में वर्तमान में 959 पद समाप्त हो चुके हैं।

सितंबर 2022 में शिक्षा विभाग ने शिक्षा मंत्रालय को 959 पद का रिवाइवल करने का प्रस्ताव भेजा था। इसमें पोस्ट ग्रैजुएट ट्रेनी टीचर की 81 पद ट्रेंड ग्रैजुएट टीचर के 426 जूनियर, बेसिक ट्रेनिंग टीचर के 324 और नर्सरी टीचर ट्रेनिंग के 128 पद शामिल हैं। इसके अलावा लाइब्रेरियन की 18 पोस्ट समय पर भर्ती न होने के कारण समाप्त हो गई है। अध्यापक की सेवा मुक्त होने के पश्चात 5 वर्ष के अंदर नई नियुक्ति नहीं होने पर वह पद खत्म हो जाते हैं।

समाप्त हुए पदों में संगीत, वाद्य, संगीत गायन, गृह विज्ञान, व्यायाम शिक्षा आदि टीजीटी और पीजीटी शामिल है। शहर के कई स्कूलों की तो पुस्तकालय में भी ताले जड़े हैं। क्योंकि इन पुस्तकालयों में पुस्तकों का रिकॉर्ड रखने और देने वाला कोई नहीं है। अध्यापक व अन्य स्टाफ की कमी के कारण बच्चों को समावेशी शिक्षा नहीं मिल पा रही है। बच्चे कलात्मक विश्व की पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि स्कूल में शिक्षक ही उपलब्ध नहीं है।