Faridabad/Alive News: उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने की दिशा में प्रदेश सरकार पूर्णत: प्रयासरत है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए सरकार द्वारा समय समय पर किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के साथ ही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उन्हें अनुदान भी दिए जा रहे हैं।
हरियाणा सरकार ने इसी क्रम में अब प्रदेश के प्रगतिशील किसानों को प्रेरित करने व प्रगतिशील किसानों की पहचान तथा उन्हें सम्मानित करने व साथी किसानों को सर्वोत्तम कृषि प्रणालियों को अपनाने के लिए ‘मुख्यमंत्री प्रगतिशील किसान सम्मान योजना‘ की शुरुआत की है।
कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ महावीर सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत चयनित किसानों को कृषि तथा सम्बन्धित क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए नकद पुरस्कार प्रदान करने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
किसानों को कृषि फसलों की उच्च उत्पादकता प्राप्त करने के साथ-साथ नई तकनीक जैसे पानी की बचत, फसल अवशेष प्रबंधन, जैविक खेती, एकीकृत कृषि प्रणालियों, टिकाऊ कृषि आदि को अपनाने के लिए किसानों को प्रदेश स्तर व जिला स्तर पर नगद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत राज्य स्तर पर प्रथम पुरस्कार पाँच लाख रूपए व द्वितीय पुरस्कार तीन-तीन लाख रुपए के दो, तृतीय पुरस्कार एक-एक लाख के पांच पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। वहीं जिला स्तर पर 50-50 हजार रुपए के चार पुरस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को www.agriharvana.gov.inकी वेबसाईट पर जाकर मुख्यमन्त्री प्रगतिशील किसान सम्मान पर अपना पंजीकरण करवाना होगा। यह पंजीकरण 30 जनवरी 2022 तक खुला रहेगा।