Faridabad/Alive News: हरियाणा रेवेन्यू सेकेट्री एस नारायणन ने कहा कि बदलते वक़्त के साथ हम सभी को भविष्य में आने वाली किसी भी प्रकार की आपदा से लड़ने के लिए तैयार रहना है। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गयी ‘आपदा मित्र योजना’ एक अच्छी पहल है जिसके तहत आमजन में से चुने गए कुछ वालंटियर्स को आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण दिया जाएगा। यदि किसी आपदा के दौरान तत्काल प्रतिक्रिया शुरू करनी हो तो गांवों में लोग, समाज और प्रशिक्षित आपदा मित्र ही ऐसा कर सकते हैं और यह एक बहुत अच्छी अवधारणा है।
नारायणन शनिवार को सूरजकुंड स्थित राजहंस होटल के मीटिंग हॉल में आपदा मित्र योजना के तहत आयोजित होने वाली कार्यशाला व प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों को लेकर हुई बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि आगामी दिनों में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा हरियाणा राज्य में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के सहयोग से जिला फरीदाबाद में ‘मध्यावधि समीक्षा और आपदा मित्र योजना की सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रलेखन’ पर एक कार्यशाला एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा।
एनडीएमए के संयुक्त सचिव कुनाल सत्यार्थी ने बताया कि इस आयोजन में देश के 20 से ज्यादा राज्यों के प्रतिनिधि एवं वालंटियर्स भाग लेंगे। कार्यशाला का उद्देश्य भाग लेने वाले राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों को योजना के क्रियान्वन में अपने अनुभवों, चुनौतियों को साझा करना, अंतराल की पहचान और योजना के उचित क्रियान्वन के लिए मध्य-पाठ्यक्रम सुधार करने का अवसर प्रदान करना है। आपदा मित्र को अबतक लगभग 25 राज्यों के 30 बाढ़ प्रभावित जिलों में प्रायोगिक आधार पर लागू किया गया है तथा करीब 5,500 आपदा मित्रों और आपदा सखियों को आपदा प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है। करीब 350 आपदा प्रभावित जिलों में आपदा मित्र योजना लागू की जा रही हैं। आपदा मित्र 18 से 40 की बीच आयु वाले लोगों को बनाया जाता है। इन्हें आपदा से निपटने संबंधी सभी जरूरी प्रशिक्षण दिए जाते हैं। सरकार की ओर से प्रत्येक आपदा मित्र का पांच लाख रुपये का बीमा कराया जाता है। इसके अतिरिक्त 10 हजार रुपये का किट इन्हें दिया जाता है। अध्ययन सामग्री व पहचान पत्र भी दिया जाता है।
बैठक में नेशनल डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी से जॉइंट एडवाइजर सूर्या पांडे, जिला उपायुक्त विक्रम सिंह, पर्यटन विभाग के एमडी नीरज कुमार, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया, एसीपी अभिमन्यु गोयत, जीएम टूरिज्म यूएस भारद्वाज, डीआरओ बिजेंद्र राणा, परियोजना अधिकारी गुरुकरण सहित अन्य कई विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।