December 18, 2024

सीबीएसई ने हरियाणा फरीदाबाद के दो को मिलाकर 13 स्कूलों को भेजा नोटिस

Faridabad/Alive News: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नियम तोड़ने पर देश भर के 34 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस भेजा है। इसमें हरियाणा, तमिलनाडु, उत्तराखंड, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के कई स्कूल शामिल हैं।

स्कूलों को 30 दिन के अंदर देना होगा नोटिस का जवाब
बोर्ड ने स्कूलों से 30 दिन के अंदर इस नोटिस का जवाब देने को कहा है। बोर्ड ने स्पष्ट किया कि अगर स्कूल ऐसा नहीं करते हैं तो ये मान लिया जाएगा कि स्कूल के पास जवाब देने के लिए कुछ नहीं है और इस मामले में आगे का फैसला बोर्ड नियमों के मुताबिक लेगा।

एनसीआर के इन स्कूलों को भेजा गया नोटिस
एमिटी इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर-44, नोएडा
शिव नादर स्कूल, सेक्टर- 168, नोएडा
वेंकटेश्वर ग्लोबल स्कूल, सेक्टर-13, रोहिणी, दिल्ली
जान एफ केनड्डी, सेक्टर-28, फरीदाबाद, हरियाणा
कुंदन ग्रीन वैली पैराडाइस, फरीदाबाद, हरियाणा

स्कूलों ने निर्देश की अनदेखी की
बोर्ड अधिकारी ने बताया कि सीबीएसई ने सभी संबंधित स्कूलों को सात जुलाई, 2024 को एक नोटिस जारी किया था। जिसमें उन्हें सूचित किया गया था कि बोर्ड ने स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआइ) से संबद्धता प्राप्त कर ली है। ऐसे में वर्ष 2024-25 से शुरू होने वाले सीबीएसई नेशनल गेम्स के चैंपियन एसजीएफआइ द्वारा सालाना आयोजित एसजीएफआइ नेशनल स्कूल गेम्स में हिस्सा लेंगे।

खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने से जुड़ा है मामला
साथ ही, बोर्ड ने सीबीएसई बोर्ड स्कूल गेम्स वेलफेयर सोसाइटी (सीबीएसई-डब्ल्यूएसओ) नामक एक खेल इकाई के बारे में प्रधानाचार्यों को आगाह किया था। बोर्ड ने स्कूलों को स्पष्ट किया था कि ये सोसाइटी उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित है, जो खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए सीबीएसई नाम का उपयोग कर रही है। साथ ही एसजीएफआइ और विभिन्न अन्य खेल संगठनों द्वारा आयोजित खेल आयोजनों में भी भाग ले रही है।

आदेश के बावजूद कई स्कूलों ने लिया था खेलों में भाग
सीबीएसई ने स्कूलों को इस इकाई के साथ किसी भी तरह के जुड़ाव से बचने और इसके द्वारा आयोजित खेल आयोजनों में भाग लेने से बचने का निर्देश दिया था। बोर्ड अधिकारी ने बताया कि इस आदेश के बावजूद कई स्कूलों ने सीबीएसई-डब्ल्यूएसओ द्वारा आयोजित खेलों में भाग लिया। जो कि सीधे-सीधे सीबीएसई के नियमों का उल्लंघन है।